दुर्ग (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ शासन के आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा मुख्यमंत्री बाल भविष्य योजना के अंतर्गत संचालित उत्कृष्ठ संस्था प्रयास आवासीय विद्यालय, दुुर्ग में राज्य के सुदूर नक्सल प्रभावित जिले के 29 विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा जे.ई.ई. मेन-2020 मे उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे ने सभी सफल विद्यार्थियों को बधाई व शुभकामनाएं दी हैं।इन बच्चों को प्रयास आवासीय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से कक्षा 11 वीं में प्रवेश मिला था।
सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास प्रियंवदा रामटेके ने बताया कि इस वर्ष जे.ई.ई. मेन-2020 में 59 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, जिसमें 29 विद्यार्थियों ने एडवांस हेतु क्वालिफाई किया है। अनुसूचित जनजाति वर्ग के 16 विद्यार्थी -भोज कुमार, देवेन्द्र कुमार, फलेन्द्र कुमार, गोकुल राम, हेमन्त कुमार, खिलेेश कुमार, निखिल देहारी, नोहेल कोर्राम, प्रकाश कुमार, पुष्पेन्द्र ठाकुर, राजीव ध्रुव, दिप्ती कोमिया,हरिश्मा मरकाम, करिश्मा, लीना एवं मनीषा।अनुसूचित जाति वर्ग के 05 विद्यार्थी -किशोर कुमार टंडन, मनीष कुमार, रूपेश सचिन बंबोड़े एवं नेहा ,अन्य पिछड़ा वर्ग के 07 विद्यार्थी -ऐश्वर्य कुमार, हरोश सोनवानी, हिरेश कुमार, नमेश नमन निषाद, पोषण कुमार वर्मा, निशा गुप्ता एवं प्रियंका तथा अनारक्षित वर्ग के 01 विद्यार्थी -रवि कुमार विश्वकर्मा हैं। इन विद्यार्थियों में से अधिकतर के पालक कृषि/ दैनिक मजदूर किसान, निम्न आय वर्ग के हैं। शासन द्वारा विद्यार्थियों को संस्था में हर प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाकर उत्कृष्ट शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों के प्रतिभा को निखार कर भविष्य निर्माण करने का प्रयास किया जाता है।
पिता-कृषि मजदूर बेटा बनेगा इंजिनियर
बालोद जिले के डौण्डी लोहारा से फलेन्द्र कुमार, प्रयास आवसीय विद्यालय, दुर्ग के छात्र है। माता-पिता कृषि मजदूर है। जब माता पिता को पता चला कि मेरे बेटे ने एडवांस के लिए क्वालिफाई किया है तो उनकी आखों से खुशी के आंसू निकल आए। छात्र द्वारा मुबंई आई.आई.टी. से कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग करके देश के निर्माण में योगदान करने की इच्छा व्यक्त की है।
मां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, बेटा बनेगा आई.आई.टी. से इंजिनियर
महासमुंद जिले के बागबहरा ब्लाक के छात्र देवेन्द्र कुमार जे.ई.ई. परीक्षा में अच्छा रैंक दृढ़ शक्ति से हासिल कर सफलता प्राप्त की। वह भी देश के उत्कृष्ट आई.आई.टी. से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करना चाहता है। मां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं पिता कृषि मजदूरी करते हैं।
स्कूल के माहौल ने किया मोटिवेट- प्रियंका
प्रयास आवासीय विद्यालय दुर्ग की छात्रा प्रियंका राजनांदगाँव जिले के डोंगरगढ़ ब्लाक की रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि संस्था में पढ़ाई का अच्छा माहौल एवं शिक्षकों के मोटिवेशन से रोजाना 8 घंटे पढ़ाई कर एडवांस हेतु सफलता प्राप्त की। प्रियंका कहा आई.आई.टी. से पढ़ाई कर इंजीनियरिंग सेवा में जाना चाहती हैं।
मेरे अरमानों की पूर्ति का स्तंभ है प्रयास, दुर्ग- नेहा
बालोद जिले के डौण्डी लोहारा ब्लॉक की रहने वाली छात्रा कुमारी नेहा भी एडवांस की परीक्षा की तैयारी कर आई.आई.टी. से बी.टेक करना चाहती है। उनके अनुसार मेरे अरमानों की पूर्ति में इस संस्था का बहुत योगदान है। यह संस्था निश्चित ही उनकी सफलता का आधार स्तम्भ हैवो कहती हैं प्रयास संस्था भविष्य निर्माण का अच्छा प्लेटफार्म है।