दुर्ग ग्रीन जोन में शामिल, एक माह से नहीं कोई पॉजीटिव मरीज, निर्देशों की अनदेखी पडेगी भारी

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कलेक्टर अंकित आनंद ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बीच दुर्ग जिला ग्रीन बेल्ट जोन में आ चुका है। पिछले एक माह से जिले में कोई भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है। इसके बावजूद खतरे की आंशका बनी हुई है। लॉक डाउन में कुछ नियमों को सिथिल किया है तो कुछ नियमों को कड़ाई से पालन कराया जाएगा।

कलेक्टर आज यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। चर्चा में उन्होंने कहा कि दुर्ग जिला ग्रीन जोन में आ चुका है ऐसा कहा जा सकता है, लेकिन फेस टू के तहत लगाए गए लॉक डाउन में दी गई छूट के अलावा नियमों का उल्लंघन करने पर प्रशासन सख्ती से पेश आएगा। उन्होंने कहा है कि लॉक डाऊन मं बेवजह और बिना मास्क लगाए घुमने वालों पर कार्राही की जाएगी। जुर्माना 200 से 500 तक हो सकता है। बाइक में 2 की जगह तीन और कार में चार से अधिक बैठने पर बिना सुनवाई के चालानी कार्रवाही की जाएगी। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि भिलाई में पहला पॉजीटिव मरीज मिलने के बाद 28 दिनों के अंतराल में दूसरा पॉजीटिव केस सामने नहीं आने से लॉक डाउन नियमों को छुट दी गई है। किसी के ईलाज के  लिए ट्रेवलिंग पर पाबंदी नहीं है। शोक कार्यक्रम में केवल ब्लड से संबंधित रिश्तेदारों (पारिवारिक सदस्यों) को आवागमन के लिए अनुमति दी जाएगी।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि शहरी क्षेत्र में वहीं निर्माण कार्य शुरू होंगे जो पहले से स्वीकृत  है और जिनके पास मजदूरों के ठहराने की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि बाहर राज्य और जिले से आए मजदूर जो निर्माणकर्ता एजेंसी के पास है वे कार्य शुरू कर सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में निर्माण के लिए किसी तरह की बाध्यता नहीं रहेगी। इस दौरान बाहर से श्रमिक लाए जाने पर पूर्ण प्रतिबंध है। प्राइवेट कार्य अभी किसी तरह से शुरू नहीं किए जा सकेंगे।
सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शहर में कोई भी ऑटोपार्टस विक्रेता शटर खोल दुकानदारी नहीं कर सकता। वह केवल मोटर मेकेनिक को ही  मोटर पाटर्स देगा। इसी तरह डेयरी व मिठाई दुकान पर केवल दूध से बनी ही मिठाई मिलेगी। अन्य खाद्य व मिष्ठान बेचने पर प्रतिबंधित रहेगा। नियमों की अवहेलना करने पर दुकान दार के खिलाफ कार्रवाही की जाएगी। दुकान को पूरे लॉकडाउ्र के दौरान बंद रखने के आदेश जारी किए जाएगें।
कलेक्टर ने बताया कि जिले में सीजी हाट बेहत्तर विकल्प के रुप में सामने आ रहा है। टोल फ्री नंबर 1077 पर 153 विक्रेता पंजीकृत हो चुके है। वहीं ग्राहक के रुप में 1774 लोग जुड़े है। जो ऑनलाइन के तहत सब्जी फल खरीद सकते है। इस कार्य के लिए 53 डिल्वहरी ब्वाय रखे गए है। विक्रेता को मात्रा और मूल्य की जानकारी देना बेहद आवश्यक है।
कोटा से छात्रों को लाने पहल शुरू
कोटा में रहने वाले छात्रों की सूची तैयार करने पहल शुरू
शासन के आदेश पर कोटा में पढऩे वाले छात्रों को वापस लाने पहल शुरू कर दी है। इसके लिए एसडीएम ठाकुर को अधिकृत किया गया है। वे अब तक 90 विद्यार्थियों की सूची तैयार की गई है। वहीं ऐसे पालक जिनके बच्चे कोटा में फसे है वे श्री ठाकुर के वाट्सएप 7389577569 पर संपर्क कर सूची में नाम जुड़वा सकते है, ताकि उन्हें वापस गृह शहर लाया जा सके।
प्रत्येक संदििग्ध का लिया जाएगा सैंपल
कलेक्टर ने कहा कि पहले चरण तक उन्हें 100 प्रतिशत विदेश प्रवास से आए लोगों का सैंपल लेना था। इसके बाद संक्रमति राज्य से आए लोगों को सैंपल लेना था। वर्तमान में प्रथम चरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। अब शासन की मंशा है कि वर्तमान में वायरल या भी सर्दी, बुखार वाला मौसम नहीं है। ऐसी स्थिति में अगर किसी व्यक्ति को 104 डिग्री बुखार और सर्दी,खासी या फिर श्वांस संबंधी समस्या है तो तत्काल उनका सैंपल लिया जाएगा। सैंपल लेने सैंटर जिला अस्पताल को बनाया गया है। इसके अलावा नागरिक  टोल फ्री नंबर -104 व कंट्रोल रुम  के टैलीफोन नंबर- 0788-2210773 से मार्गदर्शन ले सकते हैं।