सूखा राशन वितरण में अनियमितता: पांच स्कूलों के प्रभारी प्रधान पाठक निलंबित

रायपुर (छत्तीसगढ़)। कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव हेतु शासन द्वारा स्कूली छात्र-छात्राओं को मध्यान्ह भोजन में सूखा चावल एवं दाल प्रदाय किए जाने के निर्देश दिए थे। स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना के सूखा राशन वितरण में अनियमितता पाए जाने पांच स्कूलों के प्रभारी प्रधान पाठकों को निलंबित कर दिया गया है। इनमें दो प्रभारी प्रधान पाठक बेमेतरा जिले के और तीन प्रभारी प्रधान पाठक राजनांदगांव जिले के हैं।

राजनांदगांव जिले में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बोरतलाव विकासखण्ड डोंगरगढ़ के प्रभारी प्रधान पाठक अवधेश कुमार कंकरायणे को निर्धारित मात्रा से कम मात्रा में सूखा राशन वितरण की शिकायत की जांच विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के प्रतिवेदन के आधार पर शिकायत सही पाये जाने की पुष्टि होने पर कलेक्टर द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनका मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय खैरागढ़ निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार शासकीय प्राथमिक शाला सिंगारघाट विकासखण्ड खैरागढ़ की प्रभारी प्रधान पाठक सुलोचना रामटेके को विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी खैरागढ़ के प्रतिवेदन के आधार पर और शासकीय प्राथमिक शाला बोरतालाब विकासखण्ड डोंगरगढ़ के प्रभारी प्रधान पाठक मनीष कुमार बडोले को विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी डोंगरगढ़ से प्राप्त प्रतिवेदन में सूखा राशन की कम मात्रा की शिकायत की पुष्टि होने पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निलंबित किया गया है। इन दोनों का मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय डोंगरगढ़ निर्धारित किया गया है।
इसी प्रकार बेमेतरा जिले में शासकीय प्राथमिक शाला बंधी के प्रभारी प्रधान पाठक देवलाल मंडावी द्वारा राहर दाल के बदले तिवरा दाल वितरण की शिकायत सही पाए जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निलंबित कर उनका मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बेमेतरा निर्धारित किया गया है। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला खण्डसरा के प्रभारी प्रधान पाठक हरनारायण रात्रे द्वारा 6 किलोग्राम चावल और 1.2 किलोग्राम दाल के स्थान पर 100 ग्राम चावल और दाल का कम वितरण की अनियमितता पाए जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निलंबित कर इनका मुख्यालय भी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बेमेतरा निर्धारित किया गया है।