रायपुर, 17 जुलाई 2025:
मुंशी प्रेमचंद जयंती के पावन अवसर पर जन संस्कृति मंच (जसम) रायपुर इकाई और शिवम एजुकेशनल एकेडमी के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष चित्रांकन आयोजन 31 जुलाई 2025 को आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम भाटागांव स्थित शिवम एजुकेशनल एकेडमी परिसर में दोपहर 2 बजे से शाम 4:30 बजे तक संपन्न होगा।
इस अनूठे आयोजन का उद्देश्य बच्चों को प्रेमचंद की कहानियों के मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं से जोड़ना है, न कि सिर्फ प्रतियोगिता कराना। कक्षा 5वीं से 10वीं तक के छात्र इसमें भाग ले सकते हैं।
📌 प्रेमचंद की कहानियों पर आधारित चित्र बनाएंगे बच्चे
बच्चों को मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानियों – ‘ईदगाह’, ‘बूढ़ी काकी’, और ‘पंच परमेश्वर’ में से किसी एक को पढ़कर उस पर आधारित चित्र बनाना होगा। इस आयोजन को एक सामाजिक-सांस्कृतिक अभियान की तरह आयोजित किया जा रहा है, जिससे बच्चे कलात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से साहित्य से जुड़ें।
🖌️ क्या है आयोजन की विशेषताएं?
- आयोजन निशुल्क है, लेकिन रजिस्ट्रेशन आवश्यक है।
- बच्चों को A3 साइज़ ड्राइंग शीट स्थल पर ही मिलेगी।
- बच्चे अपने साथ कलर पेंसिल/ब्रश/स्केच पेन/रंग बॉक्स लेकर आएं।
- छोटे बच्चों के साथ अभिभावकों या शिक्षकों की उपस्थिति वांछनीय है।
- पेयजल और हल्के नाश्ते की व्यवस्था रहेगी।
- जो छात्र स्थल पर चित्र नहीं बना सकते, वे 31 जुलाई से पहले चित्र बनाकर स्कूल में जमा कर सकते हैं।
- चित्रों पर बच्चे का नाम और कक्षा जरूर लिखा होना चाहिए।

📞 रजिस्ट्रेशन जानकारी:
रजिस्ट्रेशन के लिए नूतन साहू (कला शिक्षिका) से संपर्क करें – 📱 7974829761
या फिर अविनाश तेंभरे (ऑफिस इंचार्ज) से संपर्क करें – 📱 8823062280
रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि: 25 जुलाई 2025
🎓 सम्मान और विशिष्ट अतिथि
कार्यक्रम के अंत में शाम 4:30 से 6 बजे के बीच सभी प्रतिभागी बच्चों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। इस दौरान देश के प्रसिद्ध साहित्यकार, आलोचक, चित्रकार, शायर और सामाजिक-सांस्कृतिक हस्तियां मौजूद रहेंगी।
इनमें प्रमुख रूप से – सियाराम शर्मा, जया जादवानी, वंदना कुमार, रज़ा हैदरी, जावेद नदीम नागपुरी, नीलिमा मिश्रा, सुनीता वर्मा, सर्वज्ञ नायर, राजकुमार सोनी, सुहानी शर्मा सहित कई अन्य लेखक, कलाकार और शिक्षक शामिल रहेंगे।
📍 कार्यक्रम स्थल का पता:
शिवम एजुकेशनल एकेडमी, ढेबर सिटी मोड़, अनंत्रा मार्ट के सामने, अवधपुरी, भाटागांव, रायपुर, छत्तीसगढ़।
