बागपत, उत्तर प्रदेश। शिक्षा के क्षेत्र में अपने महत्वपूर्ण योगदान और समाजहित में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए गुहाना (सोनीपत) के मास्टर राजेन्द्र कुमार वर्मा को बागपत में “नीरा अमृत सम्मान” से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान उन्हें धार्मिक, शैक्षिक और सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए प्रदान किया गया। नीरा अमृत सम्मान समिति की ओर से प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता एवं नेशनल अवार्डी विपुल जैन ने उन्हें पगड़ी, अंगवस्त्र, फूलमाला पहनाकर और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

शिक्षा क्षेत्र में 28 वर्षों का योगदान
मास्टर राजेन्द्र कुमार वर्मा का जन्म गुहाना (सोनीपत) में हुआ। उन्होंने अपनी शिक्षा जनता वैदिक कॉलेज बड़ौत और जैन डिग्री कॉलेज बड़ौत से पूरी की।
- 1995 में हरियाणा शिक्षा विभाग में बीटीसी टीचर के रूप में नियुक्त हुए।
- 2005 में टीजीटी टीचर के रूप में पदोन्नत हुए।
- 2023 में अस्वस्थता के कारण स्वैच्छिक अवकाश ले लिया।
- 28 वर्षों की सेवा के दौरान विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा, अनुशासन और नैतिकता सिखाने में अहम भूमिका निभाई।
स्वास्थ्य संबंधी संघर्ष और परिवार का सहयोग
मास्टर राजेन्द्र कुमार वर्मा पिछले ढाई साल से किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं और उन्हें हर तीसरे दिन डायलिसिस करानी पड़ती है। इस कठिन समय में उनकी पत्नी कौशल रानी और उनके पुत्र धीरज कुमार वर्मा एवं नीरज कुमार वर्मा (मोनू) मजबूती से उनके साथ खड़े हैं और एक आदर्श परिवार का फर्ज निभा रहे हैं।
सम्मान समारोह में कई गणमान्य लोग हुए शामिल
डॉ. हिमांशु शर्मा और प्रमुख समाजसेवी रामसेवक शर्मा के नेतृत्व में यह सम्मान दिया गया। इस अवसर पर समाजसेवी अमित चंदौरिया सहित कई प्रतिष्ठित लोग उपस्थित रहे।
मास्टर राजेन्द्र वर्मा ने परिवार को दिया श्रेय
उन्होंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपनी माता स्व. राजबाला देवी, पिता स्व. रामकिशन, पत्नी और अपने बच्चों को दिया।
समाज में छिपी प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की पहल
डॉ. हिमांशु शर्मा ने विपुल जैन की सराहना करते हुए कहा कि वह समाज में छुपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
