पेरिस ओलंपिक का टिकट पक्का करने की कोशिश में लगे अनुभवी भारतीय गोल्फ खिलाड़ी अनिर्बान लाहिड़ी गुरुवार से यहां शुरू हो रहे हीरो इंडियन ओपन में अपने नौ साल के खिताबी सूखे को खत्म करना चाहेंगे।
ओलंपिक में दो बार देश का प्रतिनिधित्व कर चुके लाहिड़ी लंबे समय के बार राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में वापसी करेंगे।
एलआईवी गोल्फ से जुड़ने के बाद उनकी रैंकिंग 401 हो गयी है और पेरिस खेलों में जगह बनाने के लिए उन्हें अच्छे नतीजे की जरूरत होगी। सऊदी अरब समर्थित एलआईवी गोल्फ को आधिकारिक विश्व गोल्फ रैंकिंग (ओडब्ल्यूजीआर) से मान्यता प्राप्त नहीं है।
लाहिड़ी ने अपना पिछला खिताब इसी स्पर्धा में नौ साल पहले (2015) जीता था। वह इसके 57वें आयोजन में बेहतर प्रदर्शन करने को लेकर आश्वस्त है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं यहां जीतना चाहता हूं। मैं यहां फिर से जीतने के लिए आतुर हूं। …. मैं पिछले 15-16 वर्षों से खेल रहा हूं और यहां जीत दर्ज करने की ललक वैसी ही है जैसी की 10, 15 साल पहले थी। मुझे खुद को यह साबित करना है।’’
इस 36 साल के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ मैं पेरिस जाना चाहूंगा। इसके लिए मुझे अगले आठ दौर या 12 दौर में अच्छा खेलना होगा। मैं एशियाई टूर के टूर्नामेंटों में ऐसा करना चाहूंगा।’’
लाहिड़ी भारतीय खिलाड़ियों की रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है। उनसे पहले शुभंकर शर्मा (202) और गगनजीत भुल्लर (240) हैं। यह दोनों खिलाड़ी भी ओलंपिक में देश के प्रतिनिधित्व का मौका नहीं चूकना चाहेंगे।
इस 2.25 मिलियन डॉलर (लगभग 18.75 करोड़ रुपये) पुरस्कार राशि की प्रतियोगिता में 25 देशों के 144 खिलाड़ी चुनौती पेश करेंगे।
लाहिड़ी, भुल्लर और शुभंकर के अलावा मनु गंडास, शौर्य बीनू, राशिद खान, अमन राज, युवराज संधू, एस चिक्कारंगप्पा, करणदीप कोचर और वीर अहलावत जैसे भारतीय खिलाड़ी खिताब के लिए जोर लगायेंगे।
एसएसपी चौरसिया इस खिताब को 2017 में जीतने वाले आखिरी भारतीय है।