महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर पिछले पखवाड़े भर से चली आ रही खींचतान से भाजपा ने खुद को अलग कर लिया है। शनिवार शाम प्रदेश के कार्यकारी मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने से इंकार कर दिया। इसके बाद राज्यपाल द्वारा प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े दल शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस बार महाराष्ट्र में शिवसेना का मुख्यमंत्री बन सकता है।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए राज्यपाल द्वारा दिए गए आमंत्रण के बाद भाजपा में बैठकों का दौर प्रारंभ हो गया था। शनिवार को बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस राजभवन पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर सरकार बनाने से इंकार कर दिया। वहीं भाजपा के महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने शिवसेना पर जनादेश का अपमान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने हमे सरकार बनाने का आमंत्रण भेजा था लेकिन बहुमत की संख्या न होने के कारण हम सरकार नहीं बना रहे है।
आपकों बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा भाजपा 105 सीटों पर तथा शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं एनसीपी को 54 व कांग्रेस को 44 सीट मिली है। शिवसेना 56 सीटें जीतकर प्रदेश में दूसरे नंबर की पार्टी है। राज्यपाल द्वारा सबसे बड़े दल के तौर पर भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिया गया था, जिसके जवाब में बीजेपी ने सरकार बनाने से इनकार कर दिया है। अब राज्यपाल दूसरे सबसे बड़े दल शिवसेना को सरकार बनाने का आमंत्रण देंगे। एनसीपी व कांग्रेस महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के पक्ष में नजर नहीं आ रही है। ऐसी स्थिति में माना जा रहा है कि शिवसेना को एनसीपी व कांग्रेस समर्थन देकर सरकार बनाने में सहयोग प्रदान कर सकती है।