उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़)। जिले के बेरोजगार युवकों के भविष्य को बेहतर बनाने एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कांकेर जिले में उपलब्ध संसाधन एवं रोजगार की संभावनाओं से युवाओं को सक्षम बनाने तथा युवाओं में रोजगार एवं स्व-रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने का पूरा प्रयास जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला के मार्गदर्शन में जिले के कक्षा 8वीं, 10वीं, 12वीं उत्तीर्ण बेरोजगार युवाओं को कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाकर उन्हें निजी कंपनियों में नियोजित की जा रही है। इसके अलावा प्रशिक्षण प्राप्त कर युवा स्व-रोजगार की स्थापना भी कर सकते हैं। शिक्षित बेरोजगार युवाओं की परेशानियों को दूर करने के लिए कलेक्टर द्वारा उन्हें लाइवलीहुड कॉलेज के माध्यम से कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास भी किये जा रहे हैं। जिले के सभी विकासखण्डों से चयनित युवाओं को विभिन्न कोर्स में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य एवं अन्य राज्यों में रोजगार की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सिक्युरिटी गार्ड कोर्स में युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए जिले के सभी विकासखण्डों में काउंसलिंग का आयोजन कर उन्हें प्रशिक्षण एवं उससे होने वाले लाभ की विस्तृत जानकारी दी गई। काउंसलिंग उपरांत प्रशिक्षण के लिए कुल 28 युवाओं का चयन किया गया तथा प्रशिक्षण के दौरान विशेष क्लास आयोजित कर युवाओं को व्यक्तित्व विकास के प्रशिक्षण भी दिये गये, जिसमें स्पोकन इंग्लिश, कम्युनिकेशन स्कील एवं आत्मरक्षा के गुर भी सिखाये गये हैं।
प्रशिक्षण उपरांत सभी प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार से जोड़ा गया है, उन्हें सिक्युरिटी गार्ड में नौकरी प्रदान की गई है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में 04़ युवाओं को, रायपुर में 04 युवाओं को और राज्य के बाहर आंध्रप्रदेश में 07 युवाओं को, गुलबर्गा में 02 और बंगलौर में 11 युवाओं को सिक्युरिटी गार्ड की नौकरी प्रदान की गई है, जहां पर उन्हें औसतन 16 हजार रूपये मासिक मानदेय प्राप्त हो रहा है। इस प्रकार अब तक जिले में 98 युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा चुका है तथा स्व-रोजगार एवं रोजगान्मुखी प्रशिक्षण लगातार जारी है। जिले के बेरोजगार युवकों के भविष्य को बेहतर बनाने एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कांकेर जिला प्रशासन निरंतर प्रयासरत् है।