गंगालूर की बदलती तस्वीर: बंदूक से किताब तक, गोंडी और हिंदी ने खोली शिक्षा की खिड़की

बीजापुर: कभी माओवादियों का गढ़ कहे जाने वाले गंगालूर में अब नई सुबह का उजाला फैल रहा है। यहां गोलियों की आवाजें थम चुकी हैं और उनकी जगह बच्चों की…