दुर्ग (छत्तीसगढ़). पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू के शहर में उन्हीं के ही विभाग के अफसरों की मनमानी सामने आया है। इस पर भी मनमानी का आलम यह कि कोरोना संकटकाल में आर्थिक तंगी के बाद भी सरकार का लाखों रुपए व्यर्थ चला जाएगा। अफसर 30 साल पुराने व जर्जर हो चुके धमधा नाका राजीव सेतु में लाखों रुपए खर्च कर भारी-भरकम लोहें की रेलिंग लगा रहे हैं। जबकि रेलिंग से ज्यादा पुल की मरम्मत की जरूरत है।
सिकोलाभाठा के पूर्व पार्षद व जोगी कांग्रेस के नेता डी प्रकाश ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई है। उनका कहना है कि भारी भरकम लोहे के रेलिंग कभी भी धराशायी हो सकते हैं। इससे गंभीर हादसा भी हो सकता है। पूर्व पार्षद का आरोप है कि सेतु के जर्जर स्थिति पर लगातार ध्यान आकृष्ट कराने के बाद भी ना तो टूटे रेलिंग का सुधार किया गया और ना ही फुटपाथ की मरम्मत की जा रही है। पूर्व पार्षद ने लोक निर्माण विभाग द्वारा 30 साल पुराने व जर्जर रेलिंग पर भारी भरकम लोहे की जाली लगाए जाने पर भी सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि जर्जर रेलिंग में लोहे की जाली लगाने से कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। वहीं फुटपाथ के कारण हर दिन दुर्घटना हो रही है। उन्होंने कहा है कि जिन कार्यों को प्राथमिकता से सुधार किया जाना चाहिए उसे छोड़ जर्जर रेलिंग का रंगरोगन कराया जा रहा है।