रायपुर | जंगल बचाने के लिए बड़ी कार्रवाई
Udanti Sitanadi Tiger Reserve encroachment: छत्तीसगढ़ के उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व में संरक्षित वन भूमि पर अतिक्रमण की एक बड़ी कोशिश को वन विभाग ने समय रहते नाकाम कर दिया।
वन अधिकारियों ने 53 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर रिजर्व के कोर एरिया में जंगल साफ कर अवैध खेती की तैयारी कर रहे थे।
यह कार्रवाई वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
कोर एरिया में पेड़ काटते रंगे हाथ पकड़े गए
वन विभाग के अनुसार, यह समूह सीतानदी कोर जोन के घोटबेड़ा क्षेत्र, आरक्षित वन कक्ष क्रमांक 323 में सक्रिय था।
सूचना मिली थी कि कुछ लोग कुल्हाड़ी और अन्य औजारों से पेड़ काटकर झाड़ियों को साफ कर रहे हैं।
जैसे ही टीम मौके पर पहुंची, वहां जंगल को नुकसान पहुंचाने की स्पष्ट गतिविधि सामने आई।
कई गांवों से पहुंचे थे आरोपी
गिरफ्तार किए गए लोग कोंडागांव जिले के अलग-अलग गांवों से आए थे, जिनमें शामिल हैं—
- देवडोंगर
- धोंद्रा
- कोरगांव
- रावबेड़ा
- पिटीसपाल
- राहतिपारा
- हरबेल
- कोहकामेटा
- बरबत्तर
- छोटे राजपुर
- और आधा दर्जन से अधिक अन्य गांव
इन सभी पर Udanti Sitanadi Tiger Reserve encroachment के तहत कार्रवाई की गई है।
महानदी का जलग्रहण क्षेत्र और वन्यजीवों का सुरक्षित घर
उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व का यह हिस्सा महानदी नदी का महत्वपूर्ण कैचमेंट एरिया है।
उप निदेशक वरुण जैन के अनुसार, यह क्षेत्र—
- बाघ
- हाथी
- तेंदुआ
जैसे दुर्लभ और संरक्षित वन्यजीवों का प्राकृतिक आवास है।
ऐसे क्षेत्र में अतिक्रमण न केवल कानूनन अपराध है, बल्कि पर्यावरण और वन्यजीवों के लिए गंभीर खतरा भी है।
खुफिया सूचना पर संयुक्त टीम की छापेमारी
16 दिसंबर को मिली सटीक खुफिया सूचना के बाद
तीन वन परिक्षेत्रों की संयुक्त टीम ने मौके पर दबिश दी।
इस कार्रवाई का नेतृत्व किया—
- एसडीओ भोलानाथ सिंह राजपूत
- रेंजर कुशल कश्यप
- डिप्टी रेंजर लोकेश्वर चौहान
टीम ने मौके से 53 कुल्हाड़ियां जब्त कीं, जिनका इस्तेमाल पेड़ काटने में किया जा रहा था।
