रायपुर, 18 दिसंबर 2025।
CG News: समानता, सद्भाव और मानवता के संदेश को दोहराते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि गुरु घासीदास बाबा के विचार आज भी समाज को जोड़ने की शक्ति रखते हैं।
मुख्यमंत्री आज मुंगेली जिले के खैरा-सेतगंगा धाम में आयोजित बाबा गुरु घासीदास जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह आयोजन CG News के तहत सामाजिक समरसता का जीवंत उदाहरण बना।
🕉️ जैतखंभ में पूजा, प्रदेश की खुशहाली की कामना
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने—
- जैतखंभ में विधिवत पूजा-अर्चना की
- पालो चढ़ाया
- गुरुगद्दी एवं राम जानकी मंदिर में दर्शन किए
इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश की सुख-समृद्धि, खुशहाली और जनकल्याण की कामना की।
🏗️ सेतगंगा धाम के विकास के लिए बड़ी घोषणाएं
मुख्यमंत्री श्री साय ने सेतगंगा धाम के समग्र विकास हेतु कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं—
- सामुदायिक भवन निर्माण के लिए ₹50 लाख
- राम जानकी मंदिर पर्यटन क्षेत्र विकास के लिए ₹50 लाख
- गुरु घासीदास जयंती आयोजन के लिए ₹10 लाख
इन घोषणाओं से क्षेत्र के धार्मिक, सामाजिक और पर्यटन विकास को नई गति मिलेगी।
🌱 रजत जयंती वर्ष में विकास की रफ्तार तेज
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने और छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि—
- सड़क, बिजली और सुरक्षा के कार्य तेज़ी से हो रहे हैं
- गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल रहा है
- शासन में पारदर्शिता के लिए ई-ऑफिस को बढ़ावा दिया जा रहा है
🌾 किसान और महिलाएं सरकार की प्राथमिकता
सीएम साय ने कहा कि—
- किसानों से ₹3100 प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जा रही है
- किसानों के धान का एक-एक दाना खरीदा जाएगा
- महतारी वंदन योजना से 70 लाख से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं
साथ ही, नक्सलवाद उन्मूलन की दिशा में भी प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
🤝 नेतृत्व की सराहना, समाज को जोड़ने का संकल्प
उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने सेतगंगा धाम के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है।
कार्यक्रम में खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, कैबिनेट मंत्री गुरु खुशवंत साहेब, विधायक पुन्नूलाल मोहले, धरमलाल कौशिक, सुशांत शुक्ला, डोमन लाल कोरसेवाड़ा एवं श्रीमती भावना बोहरा सहित बड़ी संख्या में सतनाम पंथ के अनुयायी उपस्थित रहे।
गुरु घासीदास बाबा जयंती का यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और विकास के संकल्प का प्रतीक बना। मुख्यमंत्री की घोषणाओं से सेतगंगा धाम और आसपास के क्षेत्रों को नई पहचान मिलने की उम्मीद है।
