✍️ रायपुर | राजनीतिक संवाददाता
National Herald case Chhattisgarh: नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को राहत मिलने के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में उबाल आ गया।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए, जिससे सदन में भारी हंगामा हुआ और प्रश्नकाल पूरी तरह स्थगित करना पड़ा।
विधानसभा के भीतर “सत्यमेव जयते” और “वंदे मातरम” के नारों से सदन गूंज उठा, वहीं बाहर राजधानी रायपुर की सड़कों पर कांग्रेस ने भाजपा कार्यालय की ओर मार्च कर शक्ति प्रदर्शन किया।
⚖️ सदन में कैसे भड़का विवाद?
सत्र के अंतिम प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी विधायक “सत्यमेव जयते” लिखी तख्तियां और स्टीकर पहनकर सदन में पहुंचे।
इस पर सत्तापक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई, जिसके बाद माहौल तेजी से तनावपूर्ण हो गया।
👉 हंगामे के दौरान:
- प्रश्नकाल की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई
- सदन में नारेबाजी तेज होती गई
- आसंदी ने विपक्ष के आचरण पर गहरी नाराजगी जताई
अंततः हालात काबू से बाहर होने पर प्रश्नकाल स्थगित करना पड़ा।
🚩 रायपुर में कांग्रेस का मार्च, पुलिस से झड़प
विधानसभा में हंगामे के साथ-साथ रायपुर की सड़कों पर भी राजनीतिक गर्मी देखने को मिली।
नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेतृत्व को मिली राहत के बाद पार्टी ने शक्ति प्रदर्शन किया।
पंडरी इलाके से बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय की ओर मार्च करते हुए निकले।
हालांकि कलेक्ट्रेट और मेकाहारा चौक के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग कर मार्च को रोक दिया।
👉 इस दौरान:
- पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की हुई
- कुछ स्थानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के पोस्टरों पर कालिख पोती गई
- पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया
👥 प्रदर्शन में कौन-कौन रहे मौजूद?
कांग्रेस के इस प्रदर्शन में कई वरिष्ठ नेता शामिल रहे, जिनमें—
- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
- नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत
- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज
प्रमुख रूप से मौजूद थे।
🎙️ भूपेश बघेल का केंद्र पर हमला
मीडिया से बातचीत में भूपेश बघेल ने केंद्रीय जांच एजेंसियों पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा—
“ईडी और अन्य एजेंसियों का राजनीतिक दुरुपयोग किया जा रहा है। लोकतांत्रिक संस्थाओं पर दबाव बनाकर विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है।
🔍 राजनीति और न्याय का टकराव
नेशनल हेराल्ड मामले से जुड़ा यह घटनाक्रम न केवल विधानसभा की कार्यवाही पर असर डाल गया, बल्कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में न्याय, एजेंसियों और लोकतंत्र को लेकर नई बहस छेड़ गया है।
