रायपुर, 16 दिसंबर 2025।
Ujjwala Yojana success story: बेमेतरा जिले के ग्राम देवरबीजा की निवासी द्रोपदी यादव के जीवन में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने एक नई रोशनी लेकर आई है। वर्षों तक धुएँ से भरे पारंपरिक चूल्हे पर खाना पकाने की मजबूरी झेलने के बाद अब उनकी रसोई स्वच्छ, सुरक्षित और आधुनिक हो गई है।
🔥 उज्ज्वला योजना से मिली राहत
भारत सरकार की इस जनकल्याणकारी योजना के तहत द्रोपदी यादव को निःशुल्क एलपीजी गैस कनेक्शन प्राप्त हुआ।
इसके बाद—
- रसोई में धुआँ खत्म हुआ
- आंखों में जलन और खांसी की समस्या कम हुई
- खाना पकाना आसान और सुरक्षित हुआ
यह Ujjwala Yojana success story ग्रामीण महिलाओं के जीवन में हो रहे बदलाव को साफ दिखाती है।
👩🍳 समय की बचत, जीवन में सुविधा
पहले द्रोपदी यादव को लकड़ी, कोयला और उपलों की व्यवस्था के लिए दूर-दराज जाना पड़ता था।
अब गैस कनेक्शन मिलने से—
- समय की बचत हो रही है
- मेहनत कम हुई है
- परिवार को अधिक समय दे पा रही हैं
इससे उनके जीवन स्तर में स्पष्ट सुधार देखने को मिला है।
💬 लाभार्थी की जुबानी
गैस कनेक्शन मिलने पर द्रोपदी यादव भावुक होकर कहती हैं,
“उज्ज्वला योजना ने मेरी रसोई ही नहीं, मेरी पूरी जिंदगी बदल दी है। अब धुएँ से कोई परेशानी नहीं होती और समय भी बचता है।”
उन्होंने इस योजना के लिए केंद्र और राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।
🌱 योजना का उद्देश्य और प्रभाव
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का मुख्य उद्देश्य—
- आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को
- स्वच्छ और सुरक्षित ईंधन उपलब्ध कराना
- महिलाओं को धुएँ से होने वाली बीमारियों से बचाना
है।
इस योजना के माध्यम से द्रोपदी यादव जैसी लाखों महिलाओं को सम्मानजनक और स्वस्थ जीवन का अवसर मिला है।
👭 गांव की अन्य महिलाओं में बढ़ा उत्साह
ग्राम देवरबीजा में द्रोपदी यादव को गैस कनेक्शन मिलने के बाद—
- अन्य महिलाएं भी योजना के लिए आवेदन कर रही हैं
- स्वच्छ ईंधन के प्रति जागरूकता बढ़ी है
यह कहानी ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण की प्रेरक मिसाल बनकर सामने आई है।
