हरियाणा के कुरुक्षेत्र से सामने आए एक बड़े Kurukshetra cyber fraud case ने साइबर अपराध के बढ़ते खतरे को फिर उजागर कर दिया है।
शेयर बाजार में निवेश और मोटे मुनाफे का झांसा देकर एक दंपती से करीब 50.65 लाख रुपये की ठगी की गई।
इस मामले में कुरुक्षेत्र पुलिस ने छत्तीसगढ़ के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
मोबाइल विज्ञापन से शुरू हुआ ठगी का जाल
पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता महिला वशिष्ठ कॉलोनी, कुरुक्षेत्र की निवासी है।
महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि उसने मोबाइल पर ट्रेडिंग और निवेश से जुड़ा एक विज्ञापन देखा। जैसे ही उसने उस विज्ञापन पर क्लिक किया, उसे व्हाट्सएप कॉल आया।
कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को शेयर बाजार का विशेषज्ञ बताया और निवेश पर ज्यादा रिटर्न का भरोसा दिलाया।
मुनाफे के लालच में बढ़ता गया निवेश
शुरुआत में महिला ने थोड़ी रकम निवेश की।
इसके बाद आरोपियों ने अधिक लाभ का झांसा देकर महिला और उसके पति को लगातार अधिक पैसे निवेश करने के लिए उकसाया।
कुछ ही समय में दंपती ने कुल 50.65 लाख रुपये निवेश कर दिए।
जब उन्हें किसी भी तरह का रिटर्न नहीं मिला, तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने साइबर क्राइम थाना में शिकायत दर्ज कराई।
छत्तीसगढ़ के दो आरोपी गिरफ्तार
जांच के दौरान पुलिस ने गिरीश पवार और ध्रुव कुमार, दोनों निवासी छत्तीसगढ़, को गिरफ्तार किया।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, ये दोनों आरोपी बैंक खातों के जरिए ठगी की रकम ट्रांसफर कराने में शामिल थे।
आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
14.88 लाख रुपये पीड़ित को लौटाए गए
साइबर क्राइम थाना प्रभारी महेश कुमार ने बताया कि:
- पीड़ित के खाते से निकाले गए 14.88 लाख रुपये होल्ड कर लिए गए थे
- यह रकम पीड़िता को वापस कर दी गई है
जांच में यह भी सामने आया कि 16.30 लाख रुपये सीधे गिरीश पवार के खाते में ट्रांसफर हुए थे।
करोड़ों के साइबर फ्रॉड में इस्तेमाल हुए खाते
जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए।
पुलिस के अनुसार:
- गिरीश पवार के खाते में मई महीने में 5 से 6 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन हुए
- उसे बैंक खाता उपलब्ध कराने के बदले 6.50 लाख रुपये कमीशन मिला
- उसका बैंक खाता 75 साइबर ठगी मामलों में इस्तेमाल हुआ
- एक अन्य खाते के साथ मिलाकर कुल 113 साइबर फ्रॉड शिकायतों से लिंक मिला
👉 यह मामला देशभर में फैले संगठित साइबर अपराध की गंभीर तस्वीर पेश करता है।
पुलिस की अपील: निवेश से पहले सतर्क रहें
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि:
- सोशल मीडिया या मोबाइल विज्ञापनों से आने वाले निवेश प्रस्तावों से सावधान रहें
- अनजान व्हाट्सएप कॉल या लिंक पर भरोसा न करें
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत साइबर हेल्पलाइन या पुलिस को सूचना दें
निष्कर्ष: लालच बना साइबर ठगी का हथियार
यह Kurukshetra cyber fraud case एक कड़ा सबक है कि कैसे मुनाफे का लालच लोगों को साइबर अपराधियों के जाल में फंसा देता है।
समय पर शिकायत और पुलिस की सक्रियता से जहां कुछ रकम वापस मिल सकी, वहीं आरोपी सलाखों के पीछे पहुंचे।
