नवा रायपुर।
आज से छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र 2025 (Chhattisgarh Assembly Winter Session 2025) की शुरुआत हो रही है। यह सत्र 14 से 17 दिसंबर 2025 तक चलेगा और कुल चार बैठकें आयोजित की जाएंगी। खास बात यह है कि नवा रायपुर स्थित नए विधानसभा भवन में यह पहली बार आयोजित हो रहा है और पूरा सत्र पूरी तरह पेपरलेस रहेगा।
पहले दिन ‘छत्तीसगढ़ विजन 2047’ पर चर्चा
Chhattisgarh Assembly Winter Session 2025: शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में छत्तीसगढ़ विजन 2047 पर विशेष चर्चा होगी।
हालांकि, इस चर्चा में केवल बीजेपी विधायक ही शामिल होंगे, क्योंकि कांग्रेस विधायकों ने आपत्ति जताते हुए पहले दिन की कार्यवाही का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
👉 पहले दिन प्रश्नकाल नहीं होगा, जिससे सत्र की शुरुआत राजनीतिक गर्माहट के साथ होने के संकेत मिल रहे हैं।
विधायकों ने लगाए 628 सवाल
Chhattisgarh Assembly Winter Session 2025 के दौरान विधायकों ने कुल 628 सवाल लगाए हैं।
इनमें—
- 333 तारांकित प्रश्न,
- 295 अतारांकित प्रश्न शामिल हैं।
महत्वपूर्ण बात यह है कि 96 प्रतिशत सवाल ऑनलाइन माध्यम से लगाए गए हैं, जो सत्र के डिजिटल स्वरूप को दर्शाता है।
इसके अलावा—
- 48 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव,
- 9 अशासकीय संकल्प भी सत्र के लिए सूचीबद्ध किए गए हैं।
इन सभी सवालों और प्रस्तावों पर मंत्रियों को जवाब देना होगा।
सदन में गूंजेंगे ये अहम मुद्दे
शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में कई ज्वलंत मुद्दे उठने की संभावना है।
इनमें प्रमुख रूप से—
- लॉ एंड ऑर्डर,
- धान खरीदी,
- जमीन की दरें,
- बिजली से जुड़े सवाल
शामिल हैं।
इन मुद्दों पर न केवल कांग्रेस, बल्कि बीजेपी विधायक भी सरकार से सवाल पूछते नजर आएंगे।
हंगामेदार रहने के आसार
14 दिसंबर को विकसित भारत 2047 विषय पर चर्चा प्रस्तावित है। इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने असहमति जताते हुए पहले दिन सदन से दूरी बना ली है।
इसके अलावा, इस सत्र में धर्मांतरण संशोधन विधेयक भी पेश किए जाने की संभावना है, जिससे सियासी माहौल और गर्म हो सकता है।
नए विधानसभा भवन में हो रहा यह सत्र, विषयों की संवेदनशीलता और विपक्ष के तेवरों के चलते हंगामेदार रहने के पूरे संकेत दे रहा है।
कुल मिलाकर, Chhattisgarh Assembly Winter Session 2025 कई मायनों में खास है—
- नया भवन,
- पेपरलेस कार्यवाही,
- सैकड़ों सवाल,
- और विपक्ष का बहिष्कार।
अब देखना होगा कि चार दिन के इस सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच चर्चा किस दिशा में आगे बढ़ती है और जनता से जुड़े मुद्दों पर क्या ठोस फैसले निकलकर सामने आते हैं।
