रायपुर।
प्रदेश में छत्तीसगढ़ सरकार के दो साल (2 Years of Chhattisgarh Government) पूरे हो चुके हैं। इस मौके पर रायपुर बस स्टैंड पर अलग-अलग जिलों और वर्गों से आए लोगों से बातचीत की गई। बातचीत में सरकार के कामकाज को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई।
कुछ लोगों ने योजनाओं से राहत मिलने की बात कही, तो वहीं कई नागरिकों ने बिजली, कानून व्यवस्था, सड़क, स्वास्थ्य और किसानों की समस्याओं पर नाराजगी जताई।
पेंशन और योजनाओं से बुजुर्गों को राहत
2 Years of Chhattisgarh Government: रायपुर की बुजुर्ग महिला गंगा भारती सरकार के कामकाज से संतुष्ट नजर आईं। उन्होंने बताया कि उन्हें हर महीने नियमित रूप से पेंशन मिल रही है।
उनके पति सरकारी नौकरी में थे और वर्तमान में उन्हें लगभग 25 हजार रुपये मासिक पेंशन मिलती है, जिससे उनका जीवन सम्मानजनक ढंग से चल रहा है।
इसी तरह वीरेंद्र कुमार बर्मन ने कहा कि प्रदेश में विकास हो रहा है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में कानून व्यवस्था पर और सख्ती जरूरी है, क्योंकि अपराध के मामले बढ़ते दिख रहे हैं।
बिजली बिल बना आम लोगों की बड़ी परेशानी
सरकार की नीतियों को लेकर असंतोष भी कम नहीं है।
रामरूप साहू ने बिजली बिल में हुई भारी बढ़ोतरी पर नाराजगी जताई। उनका कहना है कि
- 200 यूनिट तक बिजली बिल माफी पर्याप्त नहीं है
- इसे कम से कम 400 यूनिट तक बढ़ाया जाना चाहिए
उन्होंने यह भी कहा कि जमीन की खरीदी-बिक्री, रजिस्ट्री और डायवर्सन से जुड़ी दिक्कतों ने छोटे किसानों और आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
युवाओं को नौकरी नहीं, विकास की रफ्तार धीमी
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के भटगांव निवासी अजय कुमार सोनवानी ने सरकार के दो साल के कार्यकाल को असंतोषजनक बताया।
उनका कहना है कि बढ़ती जनसंख्या और प्रतियोगिता के मुकाबले रोजगार के अवसर कम हैं, जिससे युवाओं में निराशा बढ़ रही है।
रायपुर निवासी मुकेश तिवारी ने भी सरकार के कामकाज को औसत बताते हुए कहा कि विकास की गति धीमी है और कानून व्यवस्था में सुधार की जरूरत है।
बस्तर क्षेत्र की स्थिति अभी भी चिंताजनक
बस्तर से आई आवाजें और ज्यादा गंभीर हैं।
कोंडागांव जिले के मलिहार सिंह बघेल ने बताया कि गांवों की सड़कें बदहाल हैं। बरसात के दिनों में हालात और खराब हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि अस्पताल 60 से 70 किलोमीटर दूर होने के कारण इलाज में भारी परेशानी होती है।
लोरमी की मुन्नी बाई ने बिजली बिल को गरीबों पर बोझ बताया। उनका कहना है कि महतारी वंदन योजना से मिलने वाले 1000 रुपये से ज्यादा पैसा बिजली बिल चुकाने में ही चला जाता है।
नशा, अपराध और किसानों की चिंता
रायपुर टिकरापारा निवासी मोहम्मद इकबाल ने सरकार के दो साल के कार्यकाल को अच्छा बताया, लेकिन साथ ही नशे और अपराध पर सख्ती की जरूरत पर जोर दिया।
वहीं, महासमुंद जिले के किसान लोकेश कुर्रे ने धान खरीदी, टोकन व्यवस्था और रकबा कटौती को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इन कारणों से किसान मानसिक तनाव में हैं।
जनता का साफ संदेश: अब तेज फैसलों की उम्मीद
कुल मिलाकर, 2 Years of Chhattisgarh Government को लेकर जनता की राय न पूरी तरह सकारात्मक है और न ही पूरी तरह नकारात्मक।
- पेंशन और कुछ सामाजिक योजनाओं से राहत मिली है
- लेकिन बिजली, कानून व्यवस्था, सड़क, स्वास्थ्य और किसानों की समस्याएं अब भी बड़ी चुनौती बनी हुई हैं
अब जनता सरकार से उम्मीद कर रही है कि आने वाले समय में तेज, ठोस और जमीन पर दिखने वाले फैसले लिए जाएं, ताकि विकास का लाभ हर वर्ग तक पहुंचे।
