रायपुर, 12 दिसंबर 2025।
Chhattisgarh Energy Transition: राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में आज एक महत्वपूर्ण मुलाकात हुई, जब इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ सस्टेनेबल डेवलपमेंट (IISD) और स्वनिति इनिशिएटिव के शोधकर्ताओं ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से सौजन्य भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उनकी विस्तृत अध्ययन रिपोर्ट “Mapping India’s State Level Energy Transition: Chhattisgarh” का औपचारिक विमोचन किया। रिपोर्ट के जारी होने के साथ ही राज्य में energy transition को लेकर नई संभावनाओं का मार्ग और अधिक स्पष्ट हुआ।
🔆 नवीकरणीय ऊर्जा को मजबूत दिशा
Chhattisgarh Energy Transition: मुख्यमंत्री श्री साय ने शोधकर्ताओं से चर्चा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार नवीकरणीय ऊर्जा, सौर ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, और ऊर्जा दक्षता से जुड़े नवाचारों को लगातार प्रोत्साहन दे रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत बनाने और सतत विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य कई स्तरों पर प्रभावी नीतियाँ अपना रहा है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि energy transition आज सिर्फ एक तकनीकी बदलाव नहीं, बल्कि एक सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है। इसलिए राज्य सरकार इसका दायरा बढ़ाकर हर स्तर पर व्यावहारिक समाधान लागू करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
📊 52 कोयला जिलों की Vulnerability Index रिपोर्ट
Chhattisgarh Energy Transition: शोधकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को भारत के 52 कोयला उत्पादक जिलों के लिए तैयार किए गए एनर्जी ट्रांज़िशन वल्नरेबिलिटी इंडेक्स का विस्तृत प्रस्तुतीकरण भी किया। यह इंडेक्स बताता है कि पारंपरिक कोयला क्षेत्रों में “Just Transition” यानी न्यायपूर्ण बदलाव कितना आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि यह इंडेक्स भविष्य की चुनौतियों — जैसे रोजगार का ढांचा, स्थानीय अर्थव्यवस्था में आने वाले बदलाव, और वैकल्पिक आजीविका के अवसर — के बारे में महत्वपूर्ण संकेत देता है। शोधकर्ताओं का मत था कि यह अध्ययन कोयला-आधारित क्षेत्रों को भविष्य के लिए तैयार करने में अहम भूमिका निभाएगा।
👥 वरिष्ठ अधिकारी भी रहे उपस्थित
Chhattisgarh Energy Transition: इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह तथा ऊर्जा विभाग के सचिव रोहित यादव भी उपस्थित रहे। दोनों अधिकारियों ने ऊर्जा क्षेत्र में चल रहे सुधारों और आगामी योजनाओं पर अपने विचार साझा किए।
रिपोर्ट का विमोचन न केवल राज्य की ऊर्जा नीतियों की दिशा को मजबूत करता है, बल्कि छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर energy transition के अग्रणी राज्यों में शामिल होने के लिए प्रेरक आधार भी देता है।
