उदंती-सीता अभयारण्य की बड़ी कार्रवाई: जिंदा पैंगोलिन के साथ दो ओडिशा तस्कर गिरफ्तार

pangolin trafficking in Chhattisgarh: उदंती-सीता नदी अभयारण्य की एंटी पोचिंग टीम ने रविवार को एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए pangolin trafficking को रोकने में बड़ी सफलता हासिल की। टीम ने छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर इलाके से एक जिंदा पैंगोलिन के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पकड़े गए दोनों आरोपी ओडिशा के रहने वाले बताए जा रहे हैं।

वाइल्डलाइफ जस्टिस कमीशन की सूचना पर संयुक्त कार्रवाई

pangolin trafficking in Chhattisgarh: जानकारी के मुताबिक शेड्यूल-1 श्रेणी में शामिल इस दुर्लभ जीव की तस्करी की सूचना वाइल्डलाइफ जस्टिस कमीशन तक पहुंची थी।
सूचना गंभीर थी, इसलिए एंटी पोचिंग टीम ने तुरंत संयुक्त अभियान चलाया। तय किए गए प्वाइंट पर घेराबंदी की गई और तस्करी के प्रयास में लगे दोनों आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ा गया।

40 इंच लंबा और 9 किलो वजनी जिंदा पैंगोलिन बरामद

pangolin trafficking in Chhattisgarh: टीम ने आरोपियों के कब्जे से करीब 9 किलो वजनी और 40 इंच लंबा जिंदा पैंगोलिन बरामद किया। यह वही प्रजाति है जिसकी अवैध तस्करी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे अधिक होती है और जो वन्यजीव संरक्षण अधिनियम में उच्चतम सुरक्षा श्रेणी—शेड्यूल-1—में शामिल है।

स्वास्थ्य परीक्षण के बाद जंगल सफारी में भेजने की तैयारी

pangolin trafficking in Chhattisgarh: बरामद पैंगोलिन का वन विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। परीक्षण के बाद विभाग उसे जंगल सफारी के सुपुर्द करने की तैयारी कर रहा है, जिससे उसका सुरक्षित पुनर्वास सुनिश्चित किया जा सके।

तस्करों पर कड़ी कार्रवाई

pangolin trafficking in Chhattisgarh: दोनों आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत कठोर धाराओं में कार्रवाई की गई है।
गिरफ्तार तस्करों के नाम—

  • गोपाल (42 वर्ष), जाति हरिजन, ग्राम सिमलीगोदरा (ओडिशा)
  • मनोज (30 वर्ष), जाति हरिजन, ग्राम मलकीगुड़ा (ओडिशा)

प्रकृति संरक्षण की दिशा में मजबूत कदम

यह कार्रवाई न केवल pangolin trafficking in Chhattisgarh पर लगाम लगाने की दिशा में एक सख्त संदेश है, बल्कि राज्य के वन्यजीव संरक्षण के प्रति प्रशासन की गंभीरता को भी दर्शाती है।
टीम का यह प्रयास दिखाता है कि अगर जानकारी समय पर मिले और कार्रवाई तत्परता से हो, तो दुर्लभ जीवों के संरक्षण की लड़ाई और मजबूत हो सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *