इंडिगो में उथल-पुथल: नए पायलट थकान नियमों ने बिगाड़ी उड़ानों की रफ्तार, सरकार ने कुछ प्रावधान फरवरी तक रोके

नई दिल्ली, 6 दिसंबर 2025/ भारत में लागू किए गए Pilot Fatigue Rules India ने देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को इस हफ्ते सबसे अधिक प्रभावित किया। कंपनी अपनी रोस्टर योजना को नए नियमों के अनुरूप तैयार नहीं कर सकी, जिसके कारण कई उड़ानें बाधित हुईं और हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

ये नियम पहली बार 2024 की शुरुआत में प्रस्तावित हुए थे और दो चरणों में लागू किए गए। अंतिम चरण 1 नवंबर 2025 से लागू हुआ, जिसके बाद इंडिगो पर दबाव अचानक बढ़ गया।


📌 साप्ताहिक विश्राम अब 48 घंटे अनिवार्य

Pilot Fatigue Rules India: भारतीय विमानन नियामक ने पायलटों के साप्ताहिक विश्राम को 36 घंटे से बढ़ाकर 48 घंटे कर दिया है।
सरकार का दावा है कि इससे पायलटों को थकान से उबरने का पर्याप्त समय मिलेगा।
यह नियम इंडिगो संकट के बावजूद लागू है।


🌙 रात की लैंडिंग पर सख्ती

नए नियमों के अनुसार—

  • एक पायलट अब सप्ताह में केवल दो रात की लैंडिंग कर सकता है,
  • जबकि पहले यह सीमा छह थी।

रात 12 बजे से सुबह तक का समय सबसे चुनौतीपूर्ण माना जाता है, इसलिए यह बदलाव सुरक्षा के लिहाज से आवश्यक बताया गया।
हालांकि, इंडिगो की स्थिति देखते हुए सरकार ने इसे 10 फरवरी तक स्थगित किया है।


🕒 फ्लाइट ड्यूटी समय में कटौती

Pilot Fatigue Rules India: रात में फैलने वाली उड़ानों के लिए पायलट अब अधिकतम 10 घंटे ही ड्यूटी कर सकेंगे। यह थकान को कम करने के उद्देश्य से लागू किया गया था।
लेकिन इंडिगो में परिचालन बाधित होने के कारण यह प्रावधान भी 10 फरवरी तक रोक दिया गया है।


🗓 अवकाश और विश्राम अब अलग-अलग गिने जाएंगे

नए नियमों के तहत—

  • यदि पायलट व्यक्तिगत अवकाश लेता है,
  • तो एयरलाइन उस अवकाश को 48 घंटे साप्ताहिक विश्राम का हिस्सा नहीं मान सकती।

यह एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जिसे पहले सही तरीके से लागू नहीं किया जाता था।
फिलहाल, सभी एयरलाइनों को इस नियम से अस्थायी छूट दी गई है ताकि उड़ान संचालन सामान्य हो सके।


📝 थकान रिपोर्ट अब अनिवार्य

अब सभी एयरलाइनों को हर तीन महीने में—

  • पायलट थकान से जुड़ी रिपोर्ट,
  • और उस पर उठाए गए कदम
    डीजीसीए को सौंपने होंगे।

यह कदम देश में विमानन सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


✈ क्यों बढ़ा इंडिगो पर बोझ?

इंडिगो ने माना कि उसने Pilot Fatigue Rules India को लेकर समय पर योजना नहीं बनाई।
कर्मियों की कमी और अचानक बदलती जरूरतों ने कंपनी की उड़ान व्यवस्था को अस्थिर कर दिया।
नतीजतन, देशभर में उड़ानों का समय बिगड़ा, देरी हुई और यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा।


🔍 आगे क्या?

Pilot Fatigue Rules India: सरकार चाहती है कि सभी एयरलाइंस नियमों का सख्ती से पालन करें, लेकिन देश में हवाई यात्रा सामान्य रखने के लिए कुछ प्रावधानों को अस्थायी रूप से स्थगित किया गया है।
अगले दो महीनों में नए नियमों का प्रभाव और एयरलाइनों की तैयारी को लेकर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *