दुर्ग, 03 दिसंबर 2025। Durg International Divyangjan Day के अवसर पर आज जिले में एक प्रेरणादायी और संवेदनशील जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम लायंस चैरिटेबल ट्रस्ट और प्रयास श्रवण बाधित दिव्यांग विद्यालय, सुपेला भिलाई में आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में दिव्यांग छात्र-छात्राएं और हितग्राही शामिल हुए।
कार्यक्रम में लायंस क्लब और चैरिटेबल ट्रस्ट समिति के श्री भगवानदास अग्रवाल, श्री विपिन बंसल, श्रीमती अंजुम अली (अल मदद एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी), डॉ. अमरीन, डॉ. संजय गुप्ता और शंकराचार्य कॉलेज जुनवानी के अतिथि विशेष रूप से उपस्थित रहे।

🌼 मां सरस्वती की वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ
Durg International Divyangjan Day: कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। इसके बाद समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक श्री ए.पी. गौतम और अन्य अतिथियों ने बच्चों को आत्मनिर्भरता, साहस और कभी हार न मानने का संदेश देते हुए प्रेरक उद्बोधन दिया।
उपस्थित छात्र-छात्राओं ने भी पूरे मन से कार्यक्रम में सहभागिता दिखाई।
🩺 30 डॉक्टरों ने किए 250 से अधिक दिव्यांग छात्रों का मेडिकल चेकअप
Durg International Divyangjan Day कार्यक्रम की खास बात यह रही कि अल मदद एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी तथा शंकराचार्य कॉलेज से आए 30 डॉक्टरों की टीम ने सभी दिव्यांग बच्चों का विस्तृत जनरल मेडिकल चेकअप किया।
चेकअप के दौरान आवश्यक परामर्श एवं दवाइयों का भी वितरण किया गया, जिससे बच्चों और उनके परिजनों को बड़ी राहत मिली।

♿ सहायक उपकरणों का वितरण: बढ़ी मुस्कानें, बढ़ा आत्मविश्वास
कार्यक्रम के अंत में समाज कल्याण विभाग द्वारा चिन्हांकित दिव्यांग हितग्राहियों को विभिन्न सहायक उपकरण प्रदान किए गए। इनमें शामिल हैं—
- 05 सामान्य ट्रायसायकल
- 10 श्रवण यंत्र
- 05 व्हीलचेयर
- 01 बैसाखी उपकरण
इन साधनों ने कई बच्चों और दिव्यांगजनों के चेहरे पर नई उम्मीद और आत्मविश्वास भर दिया।
🤝 सकारात्मक वातावरण बनाने की उल्लेखनीय पहल
इस जिला स्तरीय आयोजन ने न केवल दिव्यांगजनों के प्रति सम्मान को बढ़ावा दिया, बल्कि उनके लिए एक सकारात्मक और समावेशी वातावरण बनाने का संदेश भी दिया।
कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग दुर्ग और प्रयास दिव्यांग विद्यालय के कर्मचारीगण भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

Durg International Divyangjan Day पर आयोजित यह कार्यक्रम दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और समाज में उनकी समान भागीदारी को बढ़ावा देने की प्रभावी पहल साबित हुआ।
यह आयोजन आने वाले वर्षों में भी समाज को प्रेरित करने वाला संदेश देता है कि संवेदनशीलता और सहयोग हर व्यक्ति को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान कर सकते हैं।
