Chhattisgarh Lok Bhavan: रायपुर। छत्तीसगढ़ में राज्यपाल के आधिकारिक आवास को अब एक नई पहचान मिल गई है। 2 दिसंबर 2025 को जारी आदेश के बाद Chhattisgarh Lok Bhavan नाम आधिकारिक रूप से लागू कर दिया गया है। यानी अब तक “राज भवन” के नाम से जाना जाने वाला यह प्रतिष्ठित स्थान आगे से “लोक भवन” के रूप में पहचाना जाएगा।
राज्यपाल के सचिव सी. आर. प्रसन्ना ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह अधिसूचना नई दिल्ली स्थित गृह मंत्रालय को भेज दी गई है। यह फैसला 2024 में हुए राज्यपालों के सम्मेलन में की गई अनुशंसा और गृह मंत्रालय के निर्देशों के आधार पर लिया गया है।
गृह मंत्रालय के पत्र के बाद हुआ नाम परिवर्तन
Chhattisgarh Lok Bhavan: सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने 2024 के गवर्नर्स कॉन्फ्रेंस में लिए गए निर्णयों का हवाला देते हुए छत्तीसगढ़ राज्यपाल सचिवालय को पत्र भेजा था। इसके बाद सचिवालय ने स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा कि सभी सरकारी कार्यों, दस्तावेज़ों और पत्राचार में अब “राजभवन” की जगह Chhattisgarh Lok Bhavan नाम का उपयोग किया जाएगा।
सभी प्रशासनिक इकाइयों को भेजी गई सूचना
Chhattisgarh Lok Bhavan: नाम परिवर्तन के आदेश की प्रतियां राष्ट्रपति सचिवालय, प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय गृह मंत्री कार्यालय, राज्य के मुख्य सचिव, सभी शासकीय विभागों, सभी जिला कलेक्टरों और राज्यपाल के उप सचिव को भेज दी गई हैं। इससे साफ है कि नया नाम पूरे प्रशासनिक ढांचे में समान रूप से अपनाया जाएगा।
इस कदम से शासन-प्रशासन में एक नई सोच का संकेत मिलता है—राजभवन को “जनता के घर” के रूप में देखने का भाव। अधिकारियों का कहना है कि इस परिवर्तन का मकसद राज्यपाल निवास को अधिक जन-केंद्रित प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करना है।
जल्द दिखेगा नया नाम—साइनबोर्ड से लेकर आधिकारिक लेटरहेड तक
अधिकारियों के अनुसार, नए नाम Chhattisgarh Lok Bhavan को जल्द ही सभी साइनबोर्ड, स्टेशनरी, सरकारी निमंत्रण पत्र, नोटिफिकेशन और मीडिया संचार में दर्शाया जाएगा। हालांकि प्रोटोकॉल में किसी बदलाव की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन नाम परिवर्तन राज्य की पहचान में एक औपचारिक बदलाव का संकेत जरूर देता है।
इसके साथ ही अब राज्य और केंद्र सरकार के सभी भविष्य के दस्तावेज़ों में “लोक भवन, रायपुर” ही आधिकारिक रूप से दर्ज होगा।
