दुर्ग। नेहरू नगर क्षेत्र में मंगलवार को Durg illegal construction incident के दौरान बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब भिलाई नगर निगम की अतिक्रमण टीम पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। टीम जैसे ही अवैध निर्माण हटाने पहुंची, मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें घेर लिया, गाली-गलौज की और देखते ही देखते सरकारी वाहन में भी तोड़फोड़ कर दी।
6–7 बार नोटिस देने के बाद भी नहीं हटाया गया अवैध निर्माण
नगर निगम को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि नेहरू नगर निवासी पुष्पा तिवारी ने सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण कर रखा है।
निगम ने उसे लगभग 6–7 बार नोटिस भेजकर निर्माण हटाने के लिए कहा, लेकिन हर बार निर्देशों को नजरअंदाज किया गया।
इसके बाद मंगलवार सुबह अतिक्रमण विरोधी टीम मौके पर कार्रवाई करने पहुंची।
टीम पहुंची तो शुरू हुई बहसबाजी, फिर हमला
स्थानीय लोगों ने जैसे ही निगम कर्मचारियों को देखा, वातावरण तनावपूर्ण हो गया।
आंखों देखा हाल बताने वाले एक कर्मचारी ने कहा—
“हम तो सिर्फ अपने काम के लिए पहुंचे थे। अचानक कुछ लोग भड़क गए और गाली देने लगे। बात बढ़ी तो उन्होंने हमारी सरकारी गाड़ी पर हमला कर दिया।”
सरकारी वाहन के शीशे टूट गए और कुछ कर्मचारियों को बचने के लिए दौड़ना पड़ा।
हालांकि, बाद में पुलिस को सूचना दी गई और स्थिति को नियंत्रित किया गया।
अवैध कब्जों के खिलाफ निगम की सख्त कार्रवाई जारी
भिलाई नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि शहर में अवैध कब्जों के खिलाफ अभियान किसी भी दबाव या भय से नहीं रुकेगा।
अधिकारियों ने कहा कि ऐसे हमले सरकारी काम में बाधा डालने के अपराध की श्रेणी में आते हैं और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
लोगों में रोष, क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाई गई
घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है।
स्थानीय नागरिकों में भी इस बात को लेकर नाराज़गी है कि निगम कर्मचारियों पर हमला किया गया, जबकि वे सिर्फ कानून का पालन कराने पहुंचे थे।
Durg illegal construction incident ने फिर उठाए सवाल
घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि शहर में अवैध निर्माण रोकने के लिए प्रशासन कितनी चुनौतियों का सामना कर रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक शहर में अतिक्रमण की समस्या खत्म नहीं होगी।
