रायपुर, 24 नवंबर 2025।
नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में आज छत्तीसगढ़ पेवेलियन पूरे दिन आकर्षण का केंद्र बना रहा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पेवेलियन का विशेष भ्रमण किया और वहां लगाए गए विभिन्न स्टॉलों, उत्पादों और नवाचारों का अवलोकन किया।
यह पूरा आयोजन इस बात का प्रतीक बना कि छत्तीसगढ़ वैश्विक व्यापार मंचों पर लगातार अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है। इस अवसर पर Focus Keyphrase: Chhattisgarh Pavilion International Trade Fair सुर्खियों में रहा।
🌟 वैश्विक मंच पर उभरती छत्तीसगढ़ी पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पारंपरिक कला, हस्तशिल्प, वनोपज आधारित उत्पाद, और लोक कला आज देश-विदेश के खरीदारों को आकर्षित कर रही हैं।
उन्होंने इसे ‘आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़’ की दिशा में बड़ा कदम बताया।
साय ने कहा—
“विश्व बाजार में छत्तीसगढ़ी उत्पादों की बढ़ती लोकप्रियता हमारे कारीगरों की मेहनत का सम्मान है, और यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा दे रहा है।”
🪔 कोसा सिल्क से ढोकरा कला तक—छत्तीसगढ़ी रचनात्मकता का भव्य प्रदर्शन
पेवलियन में प्रदर्शित प्रमुख आकर्षण—
- कोसा सिल्क,
- धातु-शिल्प,
- ढोकरा कला,
- प्राकृतिक वनाधारित उत्पाद,
- मिलेट-आधारित खाद्य पदार्थ,
- तथा सूक्ष्म उद्यमों के नवाचार मॉडल
मुख्यमंत्री ने इन सभी प्रदर्शनों की सराहना की और artisans से बातचीत करते हुए उनकी मेहनत की प्रशंसा की।
🌄 बस्तर की विरासत का भव्य प्रदर्शन
पेवलियन में बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत विशेष आकर्षण रही।
मुख्यमंत्री ने डिजिटल स्क्रीन पर प्रसारित डॉक्यूमेंट्री ‘बदलता बस्तर (आमचो बस्तर)’ भी देखी।
उन्होंने कहा—
“आज का बस्तर अब बदल चुका है। यह डॉक्यूमेंट्री नए बस्तर का वास्तविक और प्रेरक चित्रण करती है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार जनजातीय और ग्रामीण उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचाने के लिए योजनाओं और संस्थागत समर्थन को और मजबूत कर रही है।
👥 कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधि
इस अवसर पर—
रायपुर, 24 नवंबर 2025।
नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में आज छत्तीसगढ़ पेवेलियन पूरे दिन आकर्षण का केंद्र बना रहा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पेवेलियन का विशेष भ्रमण किया और वहां लगाए गए विभिन्न स्टॉलों, उत्पादों और नवाचारों का अवलोकन किया।
यह पूरा आयोजन इस बात का प्रतीक बना कि छत्तीसगढ़ वैश्विक व्यापार मंचों पर लगातार अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है। इस अवसर पर Focus Keyphrase: Chhattisgarh Pavilion International Trade Fair सुर्खियों में रहा।
🌟 वैश्विक मंच पर उभरती छत्तीसगढ़ी पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पारंपरिक कला, हस्तशिल्प, वनोपज आधारित उत्पाद, और लोक कला आज देश-विदेश के खरीदारों को आकर्षित कर रही हैं।
उन्होंने इसे ‘आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़’ की दिशा में बड़ा कदम बताया।
साय ने कहा—
“विश्व बाजार में छत्तीसगढ़ी उत्पादों की बढ़ती लोकप्रियता हमारे कारीगरों की मेहनत का सम्मान है, और यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा दे रहा है।”
🪔 कोसा सिल्क से ढोकरा कला तक—छत्तीसगढ़ी रचनात्मकता का भव्य प्रदर्शन
पेवलियन में प्रदर्शित प्रमुख आकर्षण—
- कोसा सिल्क,
- धातु-शिल्प,
- ढोकरा कला,
- प्राकृतिक वनाधारित उत्पाद,
- मिलेट-आधारित खाद्य पदार्थ,
- तथा सूक्ष्म उद्यमों के नवाचार मॉडल
मुख्यमंत्री ने इन सभी प्रदर्शनों की सराहना की और artisans से बातचीत करते हुए उनकी मेहनत की प्रशंसा की।
🌄 बस्तर की विरासत का भव्य प्रदर्शन
पेवलियन में बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत विशेष आकर्षण रही।
मुख्यमंत्री ने डिजिटल स्क्रीन पर प्रसारित डॉक्यूमेंट्री ‘बदलता बस्तर (आमचो बस्तर)’ भी देखी।
उन्होंने कहा—
“आज का बस्तर अब बदल चुका है। यह डॉक्यूमेंट्री नए बस्तर का वास्तविक और प्रेरक चित्रण करती है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार जनजातीय और ग्रामीण उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचाने के लिए योजनाओं और संस्थागत समर्थन को और मजबूत कर रही है।
👥 कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधि
इस अवसर पर—
- उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन,
- लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल,
- कमलेश जांगड़े,
- तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
