बलरामपुर-रामानुजगंज जिला प्रशासन ने खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के दौरान Illegal paddy storage action को रोकने के लिए सख्त कदम तेज कर दिए हैं। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को पारदर्शी और व्यवस्थित बनाए रखने के लिए जिले में लगातार जांच और छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।
10,320 बोरी धान जब्त, 16 वाहन सीज
कलेक्टर के निर्देश पर गठित संयुक्त टीम ने अब तक जिले के अलग-अलग इलाकों से 10,320 बोरी अवैध धान जब्त किया है। इसके साथ ही अवैध परिवहन में उपयोग किए जा रहे 16 वाहनों को भी कब्जे में लिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों, प्रमुख सड़कों और अंतर्राज्यीय सीमाओं पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि अवैध धान व्यापार को पूरी तरह रोका जा सके। प्रशासन इस कार्रवाई को समर्थन मूल्य प्रणाली की पारदर्शिता और किसानों के हित से जोड़कर देख रहा है।
संयुक्त टीम की लगातार छापेमारी
इस अभियान में खाद्य विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम शामिल है। टीम नियमित रूप से विभिन्न गांवों और सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी करते हुए छापामार कार्रवाई कर रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, जो लोग अवैध धान भंडारण या परिवहन में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने साफ कहा है कि कोचियों और दलालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
नागरिकों से अपील: “सूचना दें, पहचान रहेगी गोपनीय”
जिला प्रशासन ने किसानों और आम नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें कहीं भी अवैध धान भंडारण या संदिग्ध परिवहन की जानकारी मिले, तो तुरंत संबंधित विभाग को सूचित करें।
साथ ही यह विश्वास भी दिलाया गया है कि सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
मानव कहानी के स्पर्श के साथ, ग्रामीणों का भी कहना है कि प्रशासन की इस कड़ी पहल से उन्हें राहत मिली है, क्योंकि अवैध कारोबार के कारण असली किसानों के हित प्रभावित हो रहे थे।
