Raipur | 23 नवंबर 2025
छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में ACB और EOW की संयुक्त टीमों ने रविवार सुबह तड़के DMF और आबकारी घोटाले से जुड़े 20 से अधिक ठिकानों पर एक साथ दबिश दी। रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर, कोंडागांव और जगदलपुर जैसे प्रमुख शहरों में हुई यह कार्रवाई प्रशासनिक हलकों से लेकर कारोबारी जगत तक सनसनी फैला गई।
🚨 DMF और Excise Scam पर सबसे बड़ी रेड
जैसे ही सूरज उगा, ACB–EOW की टीमें अलग-अलग जिलों में फैले अधिकारियों, ठेकेदारों और कारोबारियों के घर–दफ्तरों पर पहुंच गईं। कई ठिकानों को सुरक्षा बलों ने चारों तरफ से घेर लिया, ताकि कोई भी दस्तावेज़ या डिजिटल रिकॉर्ड नष्ट न किया जा सके।
कोंडागांव जिले के सर्गिपाल में एक प्रमुख व्यवसायी के घर पर हुई छापेमारी सबसे अधिक चर्चाओं में रही। टीम पिछले कई घंटों से यहां दस्तावेज़, कंप्यूटरीकृत फाइलें और वित्तीय लेन-देन से जुड़े रिकॉर्ड खंगाल रही है।
📂 कई जिलों में हार्डड्राइव, बैंक रिकॉर्ड, संपत्ति कागजात जब्त
बिलासपुर, रायपुर और अंबिकापुर में भी अधिकारियों ने कई घरों और दफ्तरों से हार्डड्राइव, बैंक स्टेटमेंट, संपत्ति दस्तावेज और संदिग्ध बिल कब्जे में लिए हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह अब तक का सबसे बड़ा डीएमएफ सप्लाई घोटाले का राज्यव्यापी जांच अभियान माना जा रहा है।

🎯 DMF फंड का खेल: आदिवासी क्षेत्रों के करोड़ों गायब
जांच का मुख्य फोकस उन अनियमितताओं पर है, जो 2019-20 के दौरान DMF (District Mineral Foundation) के तहत हुई सप्लाई में सामने आई थीं।
खनन प्रभावित आदिवासी इलाकों के लिए आने वाला यह फंड—जो स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं पर खर्च होना चाहिए था—
फर्जी टेंडर, बढ़ी हुई बिलिंग और कमीशनबाजी के जरिए करोड़ों में लूटा गया।
जांच अधिकारियों के मुताबिक,
“फंड गरीब इलाकों तक पहुंचने से पहले ही बिचौलियों और भ्रष्ट अधिकारियों की जेब में चला गया।”
🍾 3,200 करोड़ का Excise Scam भी जांच के दायरे में
डीएमएफ की तरह, 2019–23 के बीच हुए आबकारी घोटाले ने भी पूरे सिस्टम को हिला दिया था।
इसमें कथित तौर पर 3,200 करोड़ का अवैध कारोबार हुआ, जिसकी बदौलत कई अधिकारियों ने 88 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति खड़ी कर ली।
रायपुर के सिविल लाइन्स क्षेत्र में एक पूर्व आबकारी अधिकारी के दफ्तर से मिली गुप्त लेजर बुक में बड़े पैमाने पर “अनघोषित कमीशन” का जिक्र मिला है।
🛑 दो साल में 200 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी पकड़े जा चुके
छत्तीसगढ़ की एंटी-करप्शन मशीनरी पिछले दो सालों से लगातार घोटालों पर पूरी ताकत से कार्रवाई कर रही है।
अब तक 200 से अधिक भ्रष्ट कर्मचारियों और अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

🔍 फोरेंसिक ऑडिट से खुलेंगे और राज
जब्त किए गए डिजिटल डेटा और वित्तीय रजिस्टर अब फोरेंसिक जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।
जांच एजेंसियों का कहना है कि
“सारी रकम की परतें खोली जाएंगी और जनता का पैसा वापस लाने की पूरी कोशिश होगी।”
