रायपुर, 23 नवंबर 2025।
ACB EOW raid Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में आज सुबह ACB-EOW की संयुक्त टीम ने राज्यभर में एक व्यापक कार्रवाई अभियान चलाते हुए करीब 18 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई DMF (जिला खनिज संस्थान निधि) घोटाले और आबकारी विभाग से जुड़े कथित भ्रष्टाचार की जांच के तहत की जा रही है। सुबह 6 बजे शुरू हुई यह रेड अब भी जारी है, और कई जिलों से महत्वपूर्ण दस्तावेज मिलने की खबर है।
🔍 रायपुर, बिलासपुर से लेकर अंबिकापुर तक—एक साथ दबिश
सूत्रों के अनुसार, छापेमारी जिन प्रमुख जिलों में की गई है, उनमें शामिल हैं—
- रायपुर
- बिलासपुर
- अंबिकापुर
- कोंडागांव
- जगदलपुर
ACB-EOW टीमों ने अफसरों, कर्मचारियों और कुछ कारोबारियों के घर, कार्यालय और निजी परिसरों पर दबिश दी है। टीम डिजिटल रिकॉर्ड, खाते-किताब, और लेन-देन से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज खंगाल रही है।
📁 पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास के ठिकानों पर भी छापा
कार्रवाई के दौरान सबसे ज्यादा सुर्खियाँ उस समय बनीं जब टीम ने पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास के घर और अन्य ठिकानों पर भी दबिश दी।
सूत्रों ने बताया कि:
“निरंजन दास से जुड़े स्थानों पर जांच में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज मिलने की संभावना जताई जा रही है।”
जांच अधिकारी अब तक कई दस्तावेज, फाइलें और डिजिटल हार्ड डिस्क जब्त कर चुके हैं।
📌 उच्चस्तरीय निगरानी, और खुलासों की संभावना
पूरे अभियान पर उच्च स्तरीय निगरानी रखी जा रही है। राज्य स्तरीय अनुभवी टीमों ने सूचनाओं को पहले से गुप्त रखा था, जिसके कारण ज्यादातर ठिकानों पर बिना किसी पूर्व सूचना के कार्रवाई की गई।
जानकारों के अनुसार आने वाले घंटों में,
- DMF मद में हुई अनियमितताओं,
- आबकारी विभाग में कथित भ्रष्टाचार,
- और जुड़े व्यक्तियों की भूमिका
को लेकर बड़े खुलासे सामने आ सकते हैं।
🧾 DMF और आबकारी घोटाले की जांच क्यों महत्वपूर्ण?
DMF फंड का उद्देश्य खनन प्रभावित जिलों में
- स्वास्थ्य,
- शिक्षा,
- सड़क,
- पानी
जैसी बुनियादी सुविधाओं में सुधार करना होता है।
लेकिन बीते वर्षों में इस फंड में अनियमितता और गलत खर्च की शिकायतें लगातार बढ़ती रहीं। इसी तरह आबकारी विभाग में भी संदिग्ध लेन-देन और गलत आवंटन की जांच लंबे समय से लंबित थी।
🏛 ACB-EOW की संयुक्त टीम की कार्रवाई जारी
कार्रवाई अभी चल रही है और टीमें ठिकानों से
- कंप्यूटर,
- मोबाइल फोन,
- पेन ड्राइव,
- फाइलें और अन्य दस्तावेज
बरामद कर रही हैं।
जांच एजेंसियों का कहना है कि इस रेड में मिले रिकॉर्ड आने वाले दिनों में बड़े घोटालों की दिशा तय कर सकते हैं।
