दुर्ग, 22 नवम्बर 2025/
दुर्ग जिला न्यायालय में स्वच्छता पखवाड़ा 2025 (1 से 15 नवंबर) का आयोजन न केवल स्वच्छता का संदेश लेकर आया, बल्कि सेवा, सहानुभूति और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी गहराई से मजबूत कर गया। दो सप्ताह तक न्यायालयीन कर्मचारियों और नगर निगम दुर्ग के कर्मचारियों ने मिलकर परिसर और आसपास के इलाकों में सफाई अभियान चलाया और नागरिकों को जागरूक करने की महत्वपूर्ण कोशिशें कीं।
स्वच्छता पखवाड़ा: न्यायालय परिसर में जन जिम्मेदारी का उदाहरण
अभियान के दौरान न्यायालय परिसर, गलियारों, पार्किंग स्थल और आस-पास के क्षेत्रों में व्यापक सफाई कार्य किए गए। कर्मचारियों ने रोज़ाना मिलकर कचरा संग्रहण, झाड़ू लगाने, पौधों की सफाई और जगह-जगह जागरूकता संदेश लगाने जैसे कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई।
यह प्रयास परिसर में आने वाले पक्षकारों, अधिवक्ताओं और आम नागरिकों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण सुनिश्चित करता है।
न्यायिक अधिकारियों द्वारा मफलर और टोपी वितरण
मानवीय पहल के रूप में माननीय न्यायिक अधिकारियों ने न्यायालय एवं नगर निगम के कर्मचारियों को मफलर और टोपी वितरित किए। बदलते मौसम में यह पहल कर्मचारियों के लिए उपयोगी साबित हुई और उनके सेवा भाव को सम्मान देने का एक सकारात्मक संदेश भी बनी।
न्यायिक अधिकारियों ने कहा कि स्वच्छता केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह जीवनशैली का हिस्सा है, जिसे हर नागरिक को अपनाना चाहिए।
स्वच्छता और न्याय का गहरा संबंध
न्यायिक अधिकारियों ने अपने संदेश में कहा कि स्वच्छ वातावरण न्याय व्यवस्था की गरिमा और दक्षता बढ़ाता है। स्वच्छ परिसर न केवल स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, बल्कि यह अनुशासन, संवेदनशीलता और हमारी सामूहिक कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक भी है।
स्वच्छता मानसिक शांति देती है और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है, जिससे व्यक्ति अपने कर्तव्यों को अधिक प्रभावी रूप से निभा सकता है।

जागरूकता रैलियाँ, सफाई अभियान और सामुदायिक सहभागिता
स्वच्छता पखवाड़े के दौरान कई प्रेरक गतिविधियाँ आयोजित की गईं—
- सफाई अभियान
- जन-जागरूकता रैलियाँ
- सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता
- नागरिकों को स्वच्छता अपनाने के लिए प्रेरित करना
इन अभियानों से कर्मचारियों में उत्साह बढ़ा और समाज में स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी की भावना को नई दिशा मिली।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, दुर्ग की विशेष भूमिका
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, दुर्ग ने भी स्वच्छता अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने कई जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर नागरिकों से स्वच्छता को आदत बनाने का आग्रह किया।
उनका संदेश स्पष्ट था—स्वच्छ समाज ही स्वस्थ और सक्षम राष्ट्र की नींव है।
