छत्तीसगढ़ में ‘वेटलैंड मित्र’ अभियान शुरू, राज्यभर में 500 से अधिक लोग जुड़े संरक्षण मिशन से

रायपुर, 21 नवंबर 2025। राज्य वन मंत्री श्री केदार कश्यप के निर्देश पर छत्तीसगढ़ राज्य आद्रभूमि प्राधिकरण ने Chhattisgarh Wetland Mitra initiative की शुरुआत कर दी है। यह अभियान राज्य की वेटलैंड—यानी आद्रभूमि—के संरक्षण में स्थानीय समुदाय की भूमिका को मजबूत करने का प्रयास है।

अभियान का उद्देश्य साफ है—
लोगों को जोड़ना, जागरूकता बढ़ाना और वेटलैंड संरक्षण को जनभागीदारी आधारित बनाना।


QR कोड स्कैन कर बन सकते हैं ‘वेटलैंड मित्र’

वेटलैंड मित्र बनने के इच्छुक लोग QR कोड स्कैन कर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं।
इसके बाद वे अपने नजदीकी वेटलैंड से जुड़कर संरक्षण गतिविधियों में भाग ले सकेंगे।

पंजीकृत वेटलैंड मित्रों को—

  • वेटलैंड संरक्षण से जुड़ी प्रशिक्षण गतिविधियाँ
  • जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लेने के अवसर
  • अवैध गतिविधियों की पहचान व सूचना देने की जिम्मेदारी
  • स्थानीय समुदाय तक संरक्षण संदेश पहुँचाने का दायित्व

मिलेगा।

इसी वजह से Chhattisgarh Wetland Mitra initiative तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।


500 से अधिक लोग बने वेटलैंड मित्र, कोरबा सबसे आगे

अभियान की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि अभी तक 500 से अधिक वेटलैंड मित्र पंजीकृत हो चुके हैं।
यह संख्या दर्शाती है कि लोग अब प्रकृति संरक्षण को केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी मानने लगे हैं।

कोरबा जिला इस अभियान का सबसे सक्रिय हिस्सा बना है, जहाँ लगभग 200 वेटलैंड मित्र लगातार अपने क्षेत्रों में निगरानी, डेटा संग्रह और जागरूकता अभियान में योगदान दे रहे हैं।

एक वेटलैंड मित्र ने बताया—
“पहले हमें नहीं पता था कि आद्रभूमि हमारी जिंदगी में कितना योगदान देती है, अब हम हर बदलाव पर नजर रखते हैं।”


विभाग और जनता के बीच मजबूत सेतु बने हैं वेटलैंड मित्र

राज्य में अब एक मजबूत नेटवर्क तैयार हो चुका है।
ये वेटलैंड मित्र विभाग और आम जनता के बीच एक प्रभावी सेतु की तरह कार्य कर रहे हैं।

उनके प्रयासों से—

  • जैव-विविधता का महत्व
  • वेटलैंड के पारिस्थितिक मूल्य
  • सतत उपयोग की अवधारणा

ज्यादा लोगों तक पहुँच रही है।

यह नेटवर्क जमीनी स्तर पर संरक्षण को आसान, सरल और सशक्त बना रहा है।


छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक संपदा को मिली नई सुरक्षा

Chhattisgarh Wetland Mitra initiative ने समुदाय-आधारित संरक्षण को नई दिशा दी है।
इसके कारण न केवल राज्य की वेटलैंड्स को मजबूत संरक्षण मिल रहा है, बल्कि आम जनता का पर्यावरण के प्रति जुड़ाव भी बढ़ रहा है।

राज्य सरकार का मानना है कि यह पहल आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक संपदा को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

एक स्थानीय महिला वेटलैंड मित्र ने भावुक होकर कहा—
“पहली बार लगा कि हम भी अपने पर्यावरण की रक्षा में सीधे योगदान दे सकते हैं।”

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