पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बुधवार को आयोजित एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण समारोह ने भव्यता के नए आयाम छू लिए। मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री और देशभर के मुख्यमंत्री मौजूद थे, लेकिन सबसे अधिक चर्चा उस पल की हुई जब पीएम मोदी ने भीड़ की ओर ‘गमछा’ लहराया।
इस दौरान लगभग तीन लाख से अधिक लोगों की भीड़ रोमांच से भर उठी और पूरा मैदान तालियों व जयकारों से गूंज उठा।
कार्यक्रम का माहौल पारंपरिक रंगों में रंगा हुआ था। शुरुआत मिथिला के लोकप्रिय लोकनृत्य ‘सामा-चकेवा’ से हुई, जिसे महिला कलाकारों ने मनमोहक अंदाज़ में प्रस्तुत किया। भाइयों-बहनों के स्नेह का प्रतीक यह नृत्य आगंतुकों के स्वागत की अनूठी झलक पेश कर रहा था।
नीतीश कुमार ने 10वीं बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ
जैसे ही जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के तौर पर 10वीं बार शपथ ली, पूरे गांधी मैदान में उत्साह की लहर दौड़ गई।
उसी क्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पारंपरिक लाल-सफ़ेद गमछा भीड़ की ओर लहराया, जो इस आयोजन का सबसे यादगार क्षण बन गया।
मंच पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के साथ कई राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे।
मंच पर लोकनृत्य, लोकगीत और सितारों की चमक
शपथ ग्रहण समारोह में बिहार की सांस्कृतिक झलक स्पष्ट दिख रही थी।
विभिन्न महिला कलाकारों ने प्रदेश के अलग-अलग इलाकों के लोकगीत और पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किए।
इसके बाद भोजपुरी स्टार और भाजपा सांसद मनोज तिवारी तथा सुपरस्टार पवन सिंह ने अपने लोकप्रिय गीतों से भीड़ को रोमांचित किया।
उनकी प्रस्तुति ने समारोह को उत्सव की तरह जीवंत कर दिया।

विशिष्ट अतिथियों के लिए बिहार के पारंपरिक व्यंजनों की विशेष व्यवस्था
गांधी मैदान में पहुंचे वीआईपी मेहमानों के लिए बिहार के सुप्रसिद्ध व्यंजन—
- लिट्टी-चोखा
- मखाना-खीर
- मठरी
- स्पेशल चाय
की व्यवस्था की गई थी।
विशेष बैठक व्यवस्था और सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ मैदान को एक भव्य समारोह स्थल में बदला गया था।
पटना पोस्टरों और बैनरों से सजा
शहर भर में एनडीए नेताओं के स्वागत के लिए बड़े पैमाने पर पोस्टर लगाए गए थे।
पटना की प्रमुख सड़कों, खासकर बेली रोड, पर मोदी, शाह और नीतीश कुमार के विशाल कटआउट्स लगाए गए जो आयोजन की महत्ता को दर्शा रहे थे।
पूरे शहर में उत्साह और उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला।
