दुर्ग। शेयर ट्रेडिंग में तेजी और आसान मुनाफे का सपना दिखाकर लोगों से लाखों रुपए ऐंठने वाले एक गिरोह का सुपेला पुलिस ने बड़ा भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने तीन आरोपियों—चंदन राव, देवेन्द्र सहारे और विवान सिंघानिया—को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है। इनमें से एक आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
मुनाफे का झांसा और शुरू हुई ठगी की कहानी
प्रार्थी ने सुपेला थाना पहुंचकर बताया कि उसकी मुलाकात निशा बिजनेस कंसल्टेंट और यूनिक इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशन में काम करने वाले आरोपियों से हुई थी। उन्होंने दावा किया कि उनकी शेयर ट्रेडिंग कंपनी कम समय में 10–15% तक का लाभ देती है।
प्रार्थी ने लालच में आकर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से पैसे जुटाए और दो महीनों में लगभग 35 लाख रुपए सूर्या मॉल स्थित कार्यालय में निवेश कर दिए।
कंपनी के ऑपरेटर भी पहले गिरफ्तार हो चुके
शिकायत के अनुसार, कंपनी का संचालन
- स्नेहांशु नामदेव,
- उसकी पत्नी डॉली नामदेव,
- और निशा मानिकपुरी
द्वारा किया जाता था।
ये सभी लोग निवेशकों को बड़े मुनाफे का भरोसा देकर पैसे लेते थे। पुलिस इन मुख्य संचालकों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
मुनाफा तो दूर, मूलधन भी नहीं लौटाया
दो महीने बाद जब न मुनाफा मिला, न निवेश की रकम वापस मिली, तब जाकर प्रार्थी को ठगी का अहसास हुआ। इसी के बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने जांच शुरू की और जल्द ही तीनों सक्रिय आरोपियों को पकड़ लिया।
सुपेला पुलिस की कार्रवाई जारी
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया गया है, वहीं पुलिस एक अन्य फरार आरोपी की तलाश में जुटी है।
सुपेला थाना पुलिस का कहना है कि यह मामला शहर में निवेश संबंधी ठगी का बड़ा नेटवर्क हो सकता है, जिसकी जांच की जा रही है।
