रायपुर, 18 नवंबर 2025।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र में आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्य की रजत यात्रा के अवसर पर उन तीन दिग्गज जनप्रतिनिधियों का पुण्य स्मरण किया, जिनके योगदान ने छत्तीसगढ़ की राजनीतिक और सामाजिक दिशा को मजबूत आधार दिया। इनमें श्रीमती रजनी ताई उपासने, श्री बनवारी लाल अग्रवाल और श्री राधेश्याम शुक्ल शामिल हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इन तीनों दिवंगत विभूतियों ने राज्य के राजनीतिक इतिहास के हर महत्वपूर्ण मोड़ पर जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
रजनी ताई उपासने: पहली महिला विधायक, प्रेरक व्यक्तित्व
मुख्यमंत्री साय ने रायपुर की पहली महिला विधायक श्रीमती रजनी ताई उपासने को याद करते हुए कहा कि उनका जीवन राजनीतिक और सामाजिक दोनों क्षेत्रों में प्रेरणादायक रहा।
उनका निधन प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है।
समाज के बीच उनकी सादगी, सहजता और संवेदना आज भी लोगों को प्रेरित करती है।
बनवारी लाल अग्रवाल: संगठन के प्रति समर्पित और जनसेवा के प्रतीक
मुख्यमंत्री ने कहा कि दो बार के विधायक और विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष श्री बनवारी लाल अग्रवाल हमेशा जनता से जुड़े रहते थे।
उनकी निष्ठा, संगठन कौशल और समाजसेवा के प्रति गहरा समर्पण उन्हें एक विशिष्ट स्थान देता है।
वे नए और युवा जनप्रतिनिधियों के लिए सदैव प्रेरणा स्रोत रहेंगे।
राधेश्याम शुक्ल: अनुशासन और जनसेवा के प्रति जीवन पर्यन्त समर्पण
मुख्यमंत्री साय ने श्री राधेश्याम शुक्ल के व्यक्तित्व का वर्णन करते हुए कहा कि उन्हें अनुशासित, कर्मनिष्ठ और प्रतिबद्ध जनप्रतिनिधि के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।
उनका पूरा जीवन जनता की सेवा और उनकी समस्याओं के समाधान को समर्पित रहा।

“तीनों विभूतियों के योगदान ने छत्तीसगढ़ को नई दिशा दी” — मुख्यमंत्री साय
मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा:
“इन तीनों नेताओं ने छत्तीसगढ़ की रजत यात्रा को मजबूत नींव दी है। उनकी स्मृतियों और कार्यों से हमें निरंतर प्रेरणा मिलती रहेगी।”
उन्होंने तीनों दिवंगत नेताओं की आत्मा की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना भी की।
