‘नशा मुक्त भारत अभियान’ की पांचवीं वर्षगांठ पर छत्तीसगढ़ में बड़ी तैयारी, 10 लाख से अधिक लोग लेंगे सामूहिक शपथ

रायपुर, 17 नवंबर 2025।
देशभर में ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ (Nasha Mukt Bharat Abhiyaan) की पांचवीं वर्षगांठ 18 नवंबर को मनाई जाएगी। इस अवसर पर पूरे भारत में बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। मुख्य कार्यक्रम पंजाब के अमृतसर में होगा, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश वर्चुअल माध्यम से पूरे देश में प्रसारित किया जाएगा।

इसी राष्ट्रीय अभियान के अनुरूप छत्तीसगढ़ सरकार ने भी राज्य में बेहद व्यापक तैयारियाँ की हैं ताकि नशामुक्ति का संदेश हर जिले, हर गांव और हर संस्था तक पहुँचे।


70 स्थानों से वर्चुअल कनेक्टिविटी, जिले-दर-जिले जागरूकता का अभियान

छत्तीसगढ़ में 70 स्थानों से वर्चुअल कनेक्टिविटी की व्यवस्था की गई है ताकि अधिकतम लोग अभियान से जुड़ सकें।
जिले स्तर पर कलेक्टरों, जनप्रतिनिधियों और विभागों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में 26,190 प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है।

नशा छोड़ने और स्वस्थ जीवन अपनाने का संदेश इन कार्यक्रमों का मुख्य केंद्र रहेगा।


विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में उत्साह, 4.48 लाख से अधिक प्रतिभागी होंगे शामिल

उच्च शिक्षा संस्थानों में इस अभियान को असाधारण समर्थन मिला है।
राज्य की 25 विश्वविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों से लगभग 4,48,995 प्रतिभागी नशामुक्ति शपथ कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इन संस्थानों में पहले से ही छात्रों और प्रोफेसरों के बीच जागरूकता गतिविधियां जारी हैं, जो इस प्रयास को और प्रभावशाली बनाती हैं।


विभागीय संस्थानों और स्वयं सहायता समूहों की बड़ी भूमिका

विभिन्न विभागों के 2,131 संस्थानों से 3,37,890 प्रतिभागी अभियान का हिस्सा बनेंगे।
इसके साथ ही, स्वयं सहायता समूहों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं का योगदान भी महत्वपूर्ण है।

  • 28,753 स्वयं सहायता समूह एवं ASHA समूह — 2,50,234 प्रतिभागी
  • अन्य स्थानों से — 46,842 प्रतिभागी वर्चुअल रूप से जुड़ेंगे

गांव-गांव में फैले ये समूह नशा मुक्त समाज के निर्माण में बेहद प्रभावी भूमिका निभाते हैं।


वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति से बढ़ेगी कार्यक्रम की प्रभावशीलता

जिला कलेक्टर, वरिष्ठ अधिकारी, निर्वाचित प्रतिनिधि, शिक्षण संस्थानों के प्रमुख और समाज के सम्मानित नागरिक—सभी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
छत्तीसगढ़ के सामाजिक कल्याण विभाग ने पहले ही सभी जिलों को दिशा-निर्देश जारी कर कार्यक्रम को समयबद्ध और प्रभावी रूप से आयोजित करने के लिए आवश्यक तैयारी पूरी कर ली है।


मानव स्पर्श: नशा मुक्ति का संकल्प—स्वस्थ समाज की ओर कदम

नशा मुक्त भारत अभियान सिर्फ सरकारी पहल नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।
गांवों में जुटती महिलाएं, कॉलेजों में खड़े छात्र, और ASHA वर्करों की जागरूकता—ये सभी चित्र बताते हैं कि छत्तीसगढ़ नशा मुक्त समाज की ओर एक मजबूत और संवेदनशील कदम बढ़ा रहा है।

राज्य सरकार का मानना है कि यह सामूहिक शपथ युवाओं में नई चेतना और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाली साबित होगी।

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