सुदूर वनांचल क्षेत्र के बच्चों के शैक्षणिक भविष्य को नई दिशा देते हुए उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज रेंगाखार कला में 2.71 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले आधुनिक 100 सीटर बालक छात्रावास का विधिवत भूमिपूजन किया। यह पहल न केवल शिक्षा को ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों तक पहुंचाने का प्रयास है, बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक बड़ा कदम भी है।
⭐ वनांचल के बच्चों को मिलेगी सुरक्षित और बेहतर आवासीय सुविधा
भूमिपूजन कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि दुर्गम क्षेत्रों के बच्चों तक भी वही शैक्षणिक सुविधाएँ पहुंचें, जो शहरों में मिलती हैं।
नया छात्रावास बच्चों को—
- सुरक्षित वातावरण
- स्वच्छ आवासीय सुविधा
- स्टडी रूम
- शुद्ध पेयजल
- सुरक्षा व्यवस्था
- स्वच्छ शौचालय
जैसी मूलभूत आवश्यकताएँ अपने गांव के नजदीक ही उपलब्ध कराएगा।

⭐ लंबी दूरी की समस्या होगी समाप्त
रेंगाखार जैसे वनाच्छादित क्षेत्रों में बच्चे कई बार प्रतिदिन लंबी दूरी तय कर विद्यालय पहुंचते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। इस छात्रावास से उनकी यह समस्या खत्म होगी और वे अधिक अनुशासित तथा सुरक्षित माहौल में अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
⭐ जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की उपस्थिति बनी कार्यक्रम की विशेषता
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री विदेशी राम धुर्वे, जनप्रतिनिधि, ग्रामीण तथा अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने इस ऐतिहासिक पहल को शिक्षा के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
