Durg dhan kharidi starts: दुर्ग जिले में आज धान खरीदी सीजन का शुभारंभ कर दिया गया। चंदखुरी धान खरीदी केंद्र में पूजा-अर्चना के साथ खरीदी की शुरुआत हुई, जिसमें सांसद विजय बघेल, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, कलेक्टर अभिजीत सिंह, किसान और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
हालाँकि इस बार शुरुआत आसान नहीं रही। जिले के 102 में से सिर्फ 34 केंद्रों में ही खरीदी शुरू हो पाई, क्योंकि सोसाइटी कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज भी जारी रही।
🟦 दुर्ग जिले में धान खरीदी: आंकड़ों में जानें पूरी तस्वीर
दुर्ग जिले में हैं:
- 1,12,000 पंजीकृत किसान
- इनमें से 1,11,000 किसानों का एग्रीस्टैक पंजीयन पूरा
- पहले दिन 116 किसानों ने टोकन लिया
- लक्ष्य—6600 क्विंटल धान खरीदी
पिछले वर्ष की शुरुआत काफी बड़ी थी, जब पहले ही दिन
1,233 किसानों ने 60,000 क्विंटल धान बेचा था।
इस बार आंकड़े सीमित रहे, जिसका कारण हड़ताल और टोकन संबंधी समस्याएँ रहीं।
🟥 हड़ताल का असर: कई केंद्रों में ताले, प्रशासन ने संभाली कमान
Durg dhan kharidi starts: सोसाइटी कर्मचारियों की 13 दिनों से जारी हड़ताल के चलते कई केंद्रों के गेटों पर ताले लटके रहे।
भिलाई की करंजा सोसाइटी इसका बड़ा उदाहरण रही।
हालाँकि, स्थिति सामान्य रखने के लिए प्रशासन ने
- विभागीय अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाकर
- वैकल्पिक व्यवस्था तैयार की
और खरीदी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया।
कलेक्टर अभिजीत सिंह ने कहा—
“सभी संसाधन उपलब्ध हैं। कर्मचारियों की हड़ताल के बावजूद वैकल्पिक व्यवस्था से खरीदी शुरू कर दी गई है।”
🟩 चंदखुरी में पहले चार किसानों ने बेचा धान—राजेंद्र चंद्राकर से हुई शुरुआत
खरीदी की शुरुआत किसान राजेंद्र चंद्राकर के धान से हुई।
इसके साथ तीन और किसानों ने धान लेकर पहुंचकर खरीदी को गति दी।
कार्यक्रम में
- सांसद विजय बघेल,
- संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर,
- कलेक्टर अभिजीत सिंह
और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
किसानों का तिलक लगाकर सम्मान भी किया गया।
सांसद विजय बघेल ने कहा—
“सरकार प्रति एकड़ 21 क्विंटल और ₹3100 प्रति क्विंटल के वादे पर पूरी तरह कायम है। यह शुभ दिन है—बिरसा मुंडा जयंती और सहकारिता एक्ट स्थापना दिवस।”
🟨 सरकार और प्रशासन दोनों आश्वस्त—सब केंद्रों में जल्द होगी सुचारू खरीदी
छत्तीसगढ़ के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने भी केंद्र का निरीक्षण किया और कहा—
“कुछ कर्मचारी दूरी पर हैं, लेकिन वे भी हमारे साथी हैं। उम्मीद है जल्द लौटेंगे।”
प्रशासन का दावा है कि
- मोइश्चर मीटर,
- तौल कांटा,
- बारदाना
जैसे सभी संसाधन उपलब्ध हैं और आने वाले दिनों में सभी केंद्रों पर खरीदी सुचारू रूप से शुरू हो जाएगी।
🟫 अंत में—किसान उम्मीदों के साथ तैयार, प्रशासन चुनौतियों के बीच तत्पर
दुर्ग जिले में चंदखुरी से शुरू हुई यह प्रक्रिया आने वाले दिनों में गति पकड़ने की उम्मीद है।
हड़ताल के बीच शुरू हुई यह खरीदी बताती है कि प्रशासन और किसान दोनों इस वर्ष भी धान खरीदी को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
