मलकानगिरी (ओडिशा), 12 नवंबर:
मानवता और मातृत्व का ऐसा उदाहरण शायद ही पहले देखा गया हो। ओडिशा के मलकानगिरी जिले की महिला कांस्टेबल रजनी मझी (Rajani Majhi) ने न सिर्फ अपनी ड्यूटी निभाई, बल्कि एक परीक्षा दे रही मां के रोते हुए नवजात बच्चे को गोद में लेकर दूध पिलाया। इस हृदयस्पर्शी घटना ने पूरे देश का दिल जीत लिया है।
💖 परीक्षा के दौरान मां की मदद को आगे आईं रजनी
यह घटना बिबिगुड़ा परीक्षा केंद्र की है, जहां रविवार को आरआई और अमीन भर्ती परीक्षा चल रही थी। उम्मीदवार भैरवी मंडल अपने डेढ़ महीने के बच्चे को लेकर परीक्षा केंद्र पहुंची थीं। परीक्षा शुरू होते ही बच्चा ज़ोर-ज़ोर से रोने लगा।
भैरवी परेशान थीं, क्योंकि न तो वे परीक्षा छोड़ सकती थीं, न बच्चे को शांत करा पा रही थीं।
तभी ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल रजनी मझी ने उनकी परेशानी देखी और तुरंत मदद के लिए आगे आईं। उन्होंने बच्चे को अपनी गोद में ले लिया ताकि मां निश्चिंत होकर परीक्षा दे सके।
🍼 मानवता की मिसाल: रोते बच्चे को पिलाया दूध
करीब दो घंटे तक रजनी ने बच्चे को संभाला, उसे शांत किया और मां की अनुपस्थिति में उसकी देखभाल करती रहीं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रजनी खुद नौ महीने के बेटे की मां हैं। मातृत्व की भावना से प्रेरित होकर उन्होंने बच्चे को दूध पिलाकर उसे शांत किया।
यह नज़ारा देखकर परीक्षा केंद्र के अन्य स्टाफ और उम्मीदवार भावुक हो गए। रजनी के इस कदम को हर किसी ने सराहा।
💬 ओडिशा पुलिस ने किया सम्मानित ट्वीट
ओडिशा पुलिस ने इस घटना की तस्वीरें और जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की।
पुलिस ने लिखा —
“मलकानगिरी जिले में तैनात महिला कांस्टेबल रजनी मझी ने परीक्षा केंद्र में एक डेढ़ महीने के बच्चे को गोद में लिया और उसकी मां को परीक्षा देने में मदद की। उन्होंने बच्चे की तब तक देखभाल की जब तक मां परीक्षा पूरी नहीं कर ली। उन्होंने ड्यूटी और मातृत्व का अद्भुत संगम दिखाया।”
पोस्ट के साथ साझा तस्वीरों में रजनी बच्चे को गोद में लिए हुए दिख रही हैं, जबकि दूसरी तस्वीर में मां अपने बच्चे को फिर से अपने पास लेकर राहत महसूस कर रही हैं।

🌍 सोशल मीडिया पर वायरल हुआ संवेदना भरा दृश्य
यह कहानी इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो गई है। सोशल मीडिया यूजर्स रजनी मझी की तारीफ करते नहीं थक रहे।
लोग इसे “सच्चे मातृत्व और मानवता की कहानी” बता रहे हैं और इसे समाज के लिए प्रेरणा मान रहे हैं।
❤️ रजनी मझी बनीं ‘मदरहुड एंड ड्यूटी’ की प्रतीक
रजनी मझी का यह कदम साबित करता है कि वर्दी सिर्फ कानून की नहीं, करुणा की भी प्रतीक हो सकती है।
उनकी यह कहानी आने वाले समय में मातृत्व, सहानुभूति और कर्तव्यनिष्ठा का उदाहरण बनेगी।
