दिल्ली रेड किला ब्लास्ट केस: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने खोला बड़ा राज़, डॉक्टर शाहीन समेत आठ आरोपी गिरफ्तार—2900 किलो विस्फोटक बरामद

नई दिल्ली। दिल्ली रेड किला ब्लास्ट केस (Red Fort blast case) की जांच में जम्मू-कश्मीर पुलिस को बड़ा सुराग मिला है। पुलिस ने बताया कि यह विस्फोट एक आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा था, जो जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवत-उल-हिंद (AguH) जैसे संगठनों से जुड़ा हुआ है।

🔴 20 दिन की जांच में सामने आया आतंकी नेटवर्क

पिछले 20 दिनों से जम्मू-कश्मीर पुलिस इस मॉड्यूल की जांच कर रही थी। जांच के दौरान शाहीन सईद (40) नाम की एक महिला डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है, जो इस मामले की आठवीं आरोपी हैं। अब तक 20 से अधिक लोगों से पूछताछ चल रही है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, शाहीन सईद, जो लखनऊ की रहने वाली हैं, अल-फलाह यूनिवर्सिटी (फरीदाबाद) में कार्यरत थीं। उनके साथ दो अन्य डॉक्टर—डॉ. मुज़म्मिल अहमद गनई (पुलवामा) और डॉ. अदील (कुलगाम)—को भी गिरफ्तार किया गया है।

🧨 शाहीन की कार से मिला असॉल्ट राइफल और विस्फोटक

एक सरकारी सूत्र ने बताया कि डॉ. शाहीन की कार से एक असॉल्ट राइफल बरामद हुई है। वे डॉ. मुज़म्मिल की करीबी दोस्त हैं और उन्हें पता था कि उनकी कार विस्फोटक सामग्री ले जाने में उपयोग हो रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपी डॉक्टर कश्मीर घाटी के बाहर आतंकी नेटवर्क तैयार करने की कोशिश कर रहे थे।

💥 फरीदाबाद में 2900 किलो विस्फोटक बरामद

जांच के दौरान पुलिस ने फरीदाबाद में 9 और 10 नवंबर को छापेमारी कर 2,900 किलो विस्फोटक और कई आधुनिक हथियार बरामद किए। यह विस्फोटक अल-फलाह कॉलेज के मौलवी मोहम्मद इश्तियाक के घर से मिला। वह हरियाणा के मेवात का रहने वाला है।

इसके अलावा, डॉ. मुज़म्मिल के किराए के घर से 350 किलो अमोनियम नाइट्रेट भी जब्त किया गया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि रेड किला ब्लास्ट से एक दिन पहले इन सामग्रियों की बरामदगी से मामले की गंभीरता का अंदाज़ा हुआ।

🕋 कौन हैं शामिल आतंकी संगठन?

  • जैश-ए-मोहम्मद (JeM) पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन है।
  • अंसार गजवत-उल-हिंद (AguH) अल-कायदा की भारतीय शाखा है, जिसकी स्थापना जाकिर मूसा ने की थी। उन्हें 2019 में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था।

🕵️‍♀️ जम्मू-कश्मीर से दिल्ली तक फैला नेटवर्क

पुलिस का कहना है कि यह नेटवर्क कश्मीर, फरीदाबाद और यूपी के सहारनपुर तक फैला था। इन सभी डॉक्टरों को अक्टूबर 30 से नवंबर 8 के बीच गिरफ्तार किया गया।

🚨 गृह मंत्री अमित शाह की सख्त चेतावनी

गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली कार ब्लास्ट की समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा—

“हर एक आरोपी को पकड़कर सख्त सजा दी जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।”

📅 कैसे शुरू हुई जांच

19 अक्टूबर को श्रीनगर में एक पर्चा (pamphlet) मिला था, जिसमें स्थानीय लोगों से पुलिस के साथ सहयोग न करने की अपील की गई थी। इसी सुराग ने पुलिस को शोपियां के एक मौलवी तक पहुंचाया, जिससे पूरा आतंकी मॉड्यूल बेनकाब हुआ।

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