थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ की बेटियों ने रचा इतिहास, 7 गोल्ड के साथ देश में तीसरा स्थान हासिल

अमृतसर में आयोजित 16वीं नेशनल थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ की बेटियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से पूरे देश का ध्यान खींचा।
महिला खिलाड़ियों के दम पर राज्य ने तीसरा स्थान हासिल किया और कुल 15 मेडल अपने नाम किए — जिनमें 7 गोल्ड, 7 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज शामिल हैं।


💪 महिलाओं ने दिखाया दमखम

सबसे खास बात यह रही कि राज्य की महिला खिलाड़ियों ने 7 में से 6 गोल्ड मेडल जीतकर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया।
यह उपलब्धि महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों के प्रति बढ़ते रुझान का प्रतीक है।
दंतेवाड़ा जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों से आई बेटियों ने साबित किया कि प्रतिभा और जज़्बे के सामने कोई परिस्थिति बड़ी नहीं होती।


🥇 स्वर्ण विजेता खिलाड़ियों की सूची

छत्तीसगढ़ की जिन खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल जीते हैं, उनमें शामिल हैं —
प्रियंका साहू, मानसी टांडी, पिंकी गुप्ता, अंजलि साहू, चिकलश्वरी, पाईके कवासी और बमन कुमार सिन्हा।

इसके अलावा, दीपाली बघेल, लच्छी कवासी, सोमारी मरकाम, रमे कवासी, मनीष देशमुख, सन्यम यादव और आयुष जसूजा ने सिल्वर मेडल जीते।
मंगल साई नाग को ब्रॉन्ज मेडल मिला।


🏅 प्रशिक्षक को मिला सम्मान

टीम की कोच टिकेश्वरी साहू को उनके बेहतरीन योगदान के लिए थाई बॉक्सिंग इंडियन फेडरेशन (TIF) के अध्यक्ष कुलदीप सुमनाक्षर और महासचिव रविंदर सिंह ने विशेष रूप से सम्मानित किया।


🌍 छत्तीसगढ़ में खेलों का बढ़ता प्रभाव

छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी अब लगातार राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं।
खासतौर पर महिलाएं अब खेल के हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं।
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा दी जा रही खेल सुविधाएं और प्रशिक्षण इस दिशा में अहम भूमिका निभा रहे हैं।


✨ निष्कर्ष

अमृतसर में मिली यह बड़ी सफलता न सिर्फ छत्तीसगढ़ के खेल इतिहास में नया अध्याय जोड़ती है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि ग्रामीण और नक्सल प्रभावित इलाकों से भी महिला खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने की क्षमता रखती हैं।
यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।

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