रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। लंबे समय से फरार चल रहा कुख्यात हिस्ट्रीशीटर और सूदखोर वीरेंद्र तोमर आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। वह पिछले छह महीने से फरार था। पुलिस ने मोबाइल ट्रैकिंग और टॉवर डंप एनालिसिस की मदद से उसकी लोकेशन ट्रेस की और ग्वालियर में घेराबंदी कर गिरफ्तार किया।
छह महीने से फरार था वीरेंद्र तोमर
रायपुर पुलिस के मुताबिक, वीरेंद्र तोमर पर रंगदारी, सूदखोरी, धमकी और आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं। वह जरूरतमंद लोगों को ऊंचे ब्याज पर पैसे देता था और रकम न लौटाने पर उन्हें धमकाता और मारपीट करता था। तेलीबांधा और पुरानी बस्ती थाने में दर्ज मामलों के बाद वह फरार चल रहा था।
तीन राज्यों में चली पुलिस की खोज
एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने बताया कि तोमर ब्रदर्स की तलाश में पुलिस टीमों को मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा भेजा गया था। लगातार कई हफ्तों की मोबाइल ट्रैकिंग और टॉवर डंप विश्लेषण के बाद आखिरकार ग्वालियर में उसे पकड़ लिया गया। पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई रायपुर पुलिस की बड़ी सफलता है।
गिरफ्तारी के बाद निकला जुलूस, दिया अनोखा बयान
गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने रायपुर में वीरेंद्र तोमर का जुलूस निकाला, तो वह नारा लगाता नजर आया –
“अपराध करना पाप, कानून हमारा बाप।”
यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। लोग इसे ‘कानून के डर का संदेश’ और ‘पुलिस की सख्त कार्रवाई’ के तौर पर देख रहे हैं।
जनता में विश्वास बहाल करने की कोशिश
इस घटना पर एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने कहा,
“यह कार्रवाई जनता को यह संदेश देने के लिए है कि रायपुर पुलिस अपराधियों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है।”
वहीं, पुलिस अब वीरेंद्र तोमर के भाई रोहित तोमर की तलाश में जुटी है, जो प्रॉपर्टी विवाद से जुड़े एक मामले में फरार बताया जा रहा है।
