बेंगलुरु, 10 नवंबर 2025 – एक बार फिर बेंगलुरु सेंट्रल जेल (Bengaluru Central Prison) से ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने पूरे राज्य के प्रशासन को हिला दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस नए वीडियो में कैदी शराब पीते, नाचते और पार्टी करते नजर आ रहे हैं।
वीडियो कथित रूप से परप्पाना अग्रहारा जेल (Parappana Agrahara Jail) के अंदर का है, जिसे कैदियों ने ही रिकॉर्ड किया बताया जा रहा है। वीडियो में डिस्पोजेबल गिलासों में शराब, प्लेटों में फ्रूट्स और तले हुए मूंगफली रखे हुए दिख रहे हैं, जबकि कुछ कैदी थालियों और मग से म्यूज़िक बजाते हुए नाच रहे हैं।
🎥 जेल बनी पार्टी ज़ोन: कैदियों की मस्ती पर सवाल
यह वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और देखते ही देखते सुर्खियों में छा गया।
इससे पहले भी इसी जेल से कई विवादित वीडियो सामने आ चुके हैं, जिनमें सीरियल रेपिस्ट उमेश रेड्डी और आईएस हैंडलर जुहाद हमीद शकील मन्ना जैसे कैदी मोबाइल फोन और टीवी का इस्तेमाल करते दिखे थे।
सूत्रों के अनुसार, कुछ वीडियो 2023 के भी हैं, लेकिन उनके सामने आने से जेल प्रशासन की निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे हैं।
⚠️ गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने दिया सख्त संदेश
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि सरकार दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा –
“अगर रिपोर्ट संतोषजनक नहीं हुई तो मैं खुद जांच समिति बनाऊंगा। यह बार-बार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब बहुत हो गया।”
गृहमंत्री ने बताया कि जेलों में CCTV कैमरे और मोबाइल जैमर लगाने की स्वीकृति पहले ही दी जा चुकी है, लेकिन कई जगह इनका कार्यान्वयन अधूरा है।
🕵️♂️ जांच शुरू: ADGP ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
ADGP (Prisons) बी. दयानंद ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश जारी किए हैं।
जांच में यह पता लगाया जाएगा कि ये वीडियो कैसे लीक हुए, मोबाइल फोन और शराब जेल में कैसे पहुंची, और कौन अधिकारी इसमें शामिल हैं।
AIGP (Prisons) पी.वी. आनंद रेड्डी ने भी जेल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने इस घटना को “बड़ी सुरक्षा चूक” बताया और कहा कि आतंकी संदिग्धों के पास मोबाइल फोन होना बेहद खतरनाक हो सकता है।
🧱 बेंगलुरु जेल का विवादित इतिहास
बेंगलुरु सेंट्रल जेल पहले भी कई विवादों के कारण चर्चा में रही है।
कुछ समय पहले अभिनेता दर्शन थूगदीप (Darshan Thoogudeepa) के फोन इस्तेमाल करने और लॉन पर सिगरेट पीने का वीडियो सामने आया था।
इसके अलावा गोल्ड स्मगलिंग केस की आरोपी रन्या राव के सहयोगी तरुण राजू का भी मोबाइल फोन के साथ वीडियो लीक हुआ था।
इन घटनाओं ने यह साबित कर दिया है कि जेल प्रशासन में निगरानी की गंभीर कमी है।
📌 सरकार की चुनौती – जेलों में अनुशासन कैसे लौटे?
बार-बार ऐसे वीडियो सामने आने से सरकार और पुलिस विभाग की साख पर सवाल उठ रहे हैं।
गृहमंत्री परमेश्वर ने स्पष्ट कहा कि “अब कोई ढिलाई नहीं चलेगी” और दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों पर सस्पेंशन या ट्रांसफर जैसी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
🔚 निष्कर्ष:
Bengaluru Central Prison video एक बार फिर दिखाता है कि जेल प्रशासन की निगरानी प्रणाली में गहरी खामियाँ हैं।
सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन असली चुनौती है — इन घटनाओं को दोबारा होने से रोकना।
