गुजरात में हैदराबाद के डॉक्टर समेत तीन आतंकी गिरफ्तार, पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भेजे गए हथियार और ‘राइसिन टॉक्सिन’ बरामद

अहमदाबाद:
गुजरात एंटी-टेररिज्म स्क्वाड (ATS) ने शनिवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है। ATS ने एक हैदराबाद के डॉक्टर को गिरफ्तार किया है जो कथित तौर पर इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़ा हुआ था और भारत के कई शहरों में हमले की साजिश रच रहा था।

गिरफ्तार डॉक्टर की पहचान अहमद मोहियुद्दीन सैयद (35) के रूप में हुई है। उसके पास से ATS ने दो Glock पिस्तौल, एक Beretta, 30 कारतूस और 4 किलो ‘कैस्टर बीन्स मेश’ (Ricin toxin बनाने का कच्चा पदार्थ) बरामद किया है।


🚨 कैसे हुई गिरफ्तारी

ATS टीम ने अहमदाबाद-मेहसाणा रोड स्थित अडालज टोल प्लाजा पर जांच के दौरान सैयद की सिल्वर हैचबैक कार को रोका।
जांच में भारी मात्रा में हथियार और राइसिन टॉक्सिन (Ricin toxin) बनाने की सामग्री मिली।

अधिकारियों के मुताबिक, सैयद अफगानिस्तान स्थित ISIS-K के आतंकी अबू खालिदा से संपर्क में था। वह भारत में कई जगहों का रेकी (surveillance) कर चुका था — जिनमें दिल्ली, लखनऊ और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं।


💣 राइसिन टॉक्सिन क्या है?

‘राइसिन’ एक अत्यंत घातक ज़हर (deadly toxin) है जो कैस्टर बीन्स से निकाला जाता है।
इसे अगर कोई व्यक्ति खा ले, सूंघ ले या शरीर में इंजेक्ट कर ले — तो इसका कोई एंटी-डोट (antidote) नहीं है।
यह पदार्थ बेहद कम मात्रा में भी कई लोगों की जान लेने में सक्षम होता है।


👮‍♂️ दो और साथी गिरफ्तार

ATS ने सैयद की कॉल रिकॉर्डिंग्स और संपर्कों के आधार पर उत्तर प्रदेश से दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया —

  1. आजाद सुलेमान शेख (20) – शामली का दर्जी
  2. मोहम्मद सुहैल खान (23) – लखीमपुर खीरी का छात्र

दोनों आरोपियों ने ATS को बताया कि वे डॉक्टर सैयद को हथियार और कारतूस सप्लाई करते थे।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए राजस्थान के हनुमानगढ़ बॉर्डर पर गिराए गए थे।


🧠 साजिश का नेटवर्क और जांच

डिप्टी एसपी एस. एल. चौधरी की अगुवाई में यह ऑपरेशन चलाया गया। ATS को पहले से सैयद की गतिविधियों पर खुफिया जानकारी मिली थी।

अभी तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी भारत के कई संवेदनशील इलाकों में ज़हर फैलाने की योजना बना रहे थे।
ATS ने सभी आरोपियों के खिलाफ UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) और Arms Act के तहत मामला दर्ज किया है।

अहमद मोहियुद्दीन सैयद को 17 नवंबर तक ATS हिरासत में भेजा गया है, जबकि अन्य दो आरोपियों को अलग से अदालत में पेश किया जाएगा।


🗣️ ATS की कार्रवाई पर बयान

ATS अधिकारियों ने बताया कि जांच अब भी जारी है और इस आतंकी नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।
एक अधिकारी ने कहा,

“यह साजिश बेहद गंभीर थी। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियारों की तस्करी और ‘राइसिन’ जैसे घातक ज़हर की तैयारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा थी।”


🔚 निष्कर्ष

गुजरात ATS की इस कार्रवाई ने भारत में संभावित Gujarat ISIS terror plot को विफल कर दिया।
इस मामले ने एक बार फिर यह उजागर किया है कि आतंकवादी संगठन अब ड्रोन तकनीक और जैविक हथियारों का इस्तेमाल करने लगे हैं।
जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस नेटवर्क के और कितने सदस्य भारत में सक्रिय हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *