रायपुर, 9 नवम्बर 2025:
छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) को लेकर पूरे राज्य में तेजी दिखाई दे रही है। 4 नवम्बर से शुरू हुए इस अभियान के पहले पाँच दिनों में बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) करीब 30 लाख मतदाताओं तक पहुंच चुके हैं और उन्हें गणना तथा घोषणा प्रपत्र वितरित कर चुके हैं।
🗳️ राज्य में बढ़ी मतदाता भागीदारी की रफ्तार
राज्य निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में कुल 2 करोड़ 12 लाख 30 हजार 737 मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें से अब तक 29 लाख 29 हजार 125 मतदाताओं को गणना प्रपत्र दिए जा चुके हैं, जो कुल लक्ष्य का लगभग 14 प्रतिशत है।
बीएलओ घर-घर जाकर न केवल फॉर्म बांट रहे हैं, बल्कि नागरिकों से आवश्यक दस्तावेज भी एकत्र कर रहे हैं ताकि मतदाता सूची में सटीक और अद्यतन जानकारी दर्ज हो सके।

🧾 मतदान केंद्र स्तर पर निगरानी व्यवस्था सशक्त
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर राज्य के सभी जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी और सहायक अधिकारी पुनरीक्षण कार्य की लगातार निगरानी कर रहे हैं।
ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बीएलओ टीमें सक्रिय रूप से लोगों तक पहुंच रही हैं और नागरिकों को उनके मताधिकार के महत्व के बारे में जागरूक कर रही हैं।
🏠 शीर्ष अधिकारियों के घर भी पहुंची बीएलओ टीम
पुनरीक्षण प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए बीएलओ टीमों ने वरिष्ठ अधिकारियों तक भी पहुंच बनाई है।
मुख्य सचिव विकास शील के नवा रायपुर स्थित आवास पर बीएलओ ने जाकर उन्हें गणना प्रपत्र (प्रारूप-08) और घोषणा प्रपत्र (Annexure-4) सौंपा और आवश्यक जानकारी संकलित की।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ने सभी पात्र नागरिकों से अपील की कि वे मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में सक्रिय भागीदारी करें और लोकतंत्र को सशक्त बनाएं।
🗂️ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी तक पहुंची पहल
इसी क्रम में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) यशवंत कुमार के रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र स्थित आवास पर भी बीएलओ पहुंचे और गणना प्रपत्र सौंपा।
राज्य निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, आने वाले दिनों में बीएलओ की फील्ड गतिविधियाँ और तेज की जाएंगी ताकि अधिक से अधिक पात्र नागरिकों का नाम मतदाता सूची में जोड़ा जा सके।

🌱 जनसहभागिता से मजबूत होगा लोकतंत्र
मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान न केवल आंकड़ों का अद्यतन है, बल्कि यह जनसहभागिता और लोकतांत्रिक सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम है।
राज्य निर्वाचन विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने और अपने परिवार के नाम मतदाता सूची में सुनिश्चित करें और मतदान के अधिकार का जिम्मेदारी से उपयोग करें।
