Bloomberg डॉक्यूमेंट्री का दावा: British spy intercepts से खुला Hardeep Singh Nijjar हत्या केस का सुराग, Five Eyes नेटवर्क ने दी जानकारी

🎥 ब्रिटिश जासूसी नेटवर्क से मिला बड़ा खुलासा

भारत और कनाडा के बीच 2023 में खड़े हुए Hardeep Singh Nijjar हत्या विवाद पर अब एक नया दावा सामने आया है।
Bloomberg Originals की डॉक्यूमेंट्री ‘Inside the Deaths that Rocked India’s Relations with the West’ के अनुसार, British spy intercepts यानी ब्रिटिश खुफिया एजेंसी की कॉल निगरानी से इस केस में अहम जानकारी मिली थी।

डॉक्यूमेंट्री का दावा है कि ब्रिटिश एजेंसी — संभवतः UK की Government Communications Headquarters (GCHQ) — ने तीन संभावित लक्ष्यों पर बातचीत इंटरसेप्ट की थी, जिनमें निज्जर, अवतार सिंह खांडा, और गुरपतवंत सिंह पन्नू के नाम शामिल थे।

📡 Five Eyes नेटवर्क के जरिए साझा हुई जानकारी

रिपोर्ट के मुताबिक, यह जानकारी Five Eyes Intelligence Sharing Agreement के तहत U.K., U.S., कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बीच साझा की गई थी।
जुलाई 2023 में जब ब्रिटेन को यह “महत्वपूर्ण जानकारी” मिली, तो उसने इसे बेहद गोपनीय प्रक्रिया के तहत कनाडाई अधिकारियों को सीधे हाथों-हाथ सौंपा

Bloomberg की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फाइल में उन बातचीतों का सारांश था जिन्हें ब्रिटिश खुफिया एजेंसी ने इंटरसेप्ट किया था, और इनमें भारत से जुड़े लोगों की चर्चा की गई थी।

🔎 Nijjar, Khanda और Pannun पर चर्चा

डॉक्यूमेंट्री का दावा है कि इंटरसेप्टेड कॉल्स में तीन व्यक्तियों—Hardeep Singh Nijjar, Avtar Singh Khanda, और Gurpatwant Singh Pannun—को लेकर बातचीत हुई थी। बाद में बातचीत में यह भी कहा गया कि “निज्जर को सफलतापूर्वक समाप्त किया जा चुका है।”

हालांकि, ब्रिटिश सिख कार्यकर्ता अवतार सिंह खांडा की जून 2023 में ब्लड कैंसर से मौत हुई थी, और ब्रिटिश अधिकारियों ने इसे “संदेहास्पद नहीं” बताया।

📬 Sikh Federation UK का सवाल

डॉक्यूमेंट्री सामने आने के बाद Sikh Federation UK ने ब्रिटेन के सुरक्षा मंत्री डैन जार्विस को पत्र लिखा है। उन्होंने पूछा कि अगर ब्रिटिश सरकार के पास जुलाई 2023 की यह जानकारी थी, तो उसे सांसदों के सवालों के दौरान साझा क्यों नहीं किया गया। संगठन ने कहा कि खांडा की मौत से जुड़ी जानकारी अभी भी स्पष्ट नहीं है।

🛡️ गुरपतवंत सिंह पन्नू का बयान

Bloomberg की वीडियो में अमेरिका में रह रहे गुरपतवंत सिंह पन्नू को भी दिखाया गया है।
पन्नू, जिन्हें भारत ने खालिस्तानी उग्रवाद के लिए आतंकी घोषित किया है, उन्होंने इंटरव्यू में कहा कि वह “अपनी जान के खतरे में” हैं और सुरक्षा गार्डों से घिरे दिखाई दिए।

🇮🇳 भारत का सख्त रुख

भारत ने कनाडा के इन आरोपों को “बेहूदे और राजनीतिक रूप से प्रेरित” बताया था।
2023 में कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने संसद में कहा था कि उनके पास “विश्वसनीय आरोप” हैं जो भारतीय एजेंटों को Nijjar की हत्या से जोड़ते हैं।
इसके बाद दोनों देशों के बीच बड़ा राजनयिक संकट पैदा हो गया।

🌐 रिश्तों में सुधार की शुरुआत

अक्टूबर 2024 में भारत ने अपने उच्चायुक्त और पाँच अन्य राजनयिकों को ओटावा से वापस बुला लिया, जबकि कनाडा ने भी समान संख्या में अपने राजनयिकों को भारत से निकाल लिया।

लेकिन अप्रैल 2025 में लिबरल पार्टी के नेता मार्क कार्नी की जीत के बाद हालात सुधरने लगे। जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कार्नी ने G7 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की और अगस्त में दोनों देशों ने फिर से अपने राजदूतों की नियुक्ति की, जिससे संबंध सामान्य होने लगे।

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