🚨 दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बड़ा खुलासा
छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार रात एक Bangladeshi को गिरफ्तार किया गया। आरोपी Kurla-Shalimar Express से यात्रा कर रहा था। बताया गया कि वह मुंबई पुलिस की हिरासत से फरार हुआ था और कोलकाता भागने की कोशिश में था।
GRP और RPF की संयुक्त टीम ने आरोपी को ट्रेन के स्लीपर कोच S1 से पकड़ा। आरोपी की पहचान अज़मीर आलम के रूप में हुई है।
🕵️ सूचना पर की गई कार्रवाई
दुर्ग जीआरपी चौकी प्रभारी राजेन्द्र सिंह ने बताया कि उन्हें मुंबई पुलिस से सूचना मिली थी कि एक Bangladeshi हिरासत से फरार होकर शालीमार एक्सप्रेस में सफर कर रहा है। सूचना के बाद दुर्ग स्टेशन पर निगरानी बढ़ाई गई और संदिग्ध को पकड़ लिया गया।
आरोपी से एक टिकट और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। पूछताछ में उसने खुद को बांग्लादेश का नागरिक बताया।
🌏 कैसे आया भारत
पुलिस पूछताछ में अज़मीर ने खुलासा किया कि वह 11 महीने पहले बांग्लादेश से भारत में घुसा था। उसने बुमरा बॉर्डर पार करने के लिए एक दलाल को ₹5,000 दिए थे। इसके बाद वह सिलीगुड़ी, हावड़ा और फिर मुंबई पहुंचा।
मुंबई में उसने पंडाल बनाने का काम शुरू किया। वहीं उसके नियोक्ता को उसके बांग्लादेशी होने की जानकारी मिली, जिसके बाद मुंबई पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
🔓 जेल से भागने की कहानी
अज़मीर आलम लगभग एक साल जेल में रहा। जब उसे आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए थाने लाया गया, तो वह वहां से भाग निकला।
राजेन्द्र सिंह ने बताया, “मुंबई पुलिस ने तुरंत सूचना दी और रेल व बस स्टैंड पर निगरानी बढ़ा दी गई। इसके बावजूद आरोपी ने पुलिस को चकमा दे दिया और कुरला-शालीमार एक्सप्रेस में सवार हो गया।”

🚔 दुर्ग में गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
मुंबई पुलिस की दी गई तस्वीरों और सूचना के आधार पर दुर्ग स्टेशन पर टीम ने ट्रेन की जांच की और आरोपी को गिरफ्तार किया।
शनिवार को मुंबई पुलिस की टीम दुर्ग पहुंची और आरोपी को अपने साथ ले गई।
GRP ने बताया कि अज़मीर आलम के पास पासपोर्ट, वीज़ा या किसी भी पहचान पत्र का अभाव था। उसके खिलाफ पहले से ही मुंबई में एफआईआर दर्ज है।
⚖️ पुलिस की सख्ती
दुर्ग जीआरपी ने बताया कि Bangladeshi arrested Durg railway station मामले की जांच जारी है। साथ ही सीमाओं पर विदेशी नागरिकों की अवैध घुसपैठ को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क किया गया है।
