नई दिल्ली, 5 नवंबर 2025:
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एक बार फिर ज़हरीली हवा में घुट रही है। मंगलवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 309 दर्ज किया गया, जबकि कई इलाकों में यह 400 के पार पहुँचकर ‘गंभीर श्रेणी’ (Severe Zone) में चला गया। राजधानी की हवा में धूल, धुआं और प्रदूषण का ज़हर भर गया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कमज़ोर स्वास्थ्य वाले लोगों और बच्चों को घरों से बाहर निकलने से बचना चाहिए, और अगर संभव हो तो कुछ दिनों के लिए शहर छोड़ देना चाहिए।
हर साल की तरह इस बार भी नवंबर का महीना आते ही दिल्ली पर धुंध की मोटी परत छा गई है। लेकिन इस बार एक Reddit पोस्ट ने चर्चा का नया विषय छेड़ दिया है — दिल्ली के प्रदूषण का असली कारण ‘अहंकार’ बताया गया है।
Reddit पर वायरल इस पोस्ट का शीर्षक है — “How Ego Is Destroying Delhi Through Pollution” यानी “कैसे अहंकार प्रदूषण के ज़रिए दिल्ली को बर्बाद कर रहा है।”
पोस्ट में लिखा गया है —
“हर साल हम ऐसे दिखाते हैं जैसे पहली बार दिल्ली गैस चैंबर बनी है। किसान नहीं सुनना चाहते कि पराली न जलाएँ। नेता अपनी असफलता स्वीकार नहीं करना चाहते। दिल्लीवासी अपनी SUVs और पटाखे छोड़ना नहीं चाहते। हर कोई सही दिखना चाहता है, ज़िम्मेदार नहीं बनना चाहता।”
पोस्ट में आगे लिखा गया है —
“हम सब जानते हैं कि समाधान क्या हैं — कम निजी वाहन, बेहतर सार्वजनिक परिवहन, कचरा प्रबंधन और टिकाऊ खेती। लेकिन नहीं, हमें बस सही साबित होना है, ज़िम्मेदारी नहीं निभानी।”
यह पोस्ट सोशल मीडिया पर हज़ारों बार शेयर की जा चुकी है और लोगों ने इसे ‘दिल्ली की सच्चाई का आईना’ बताया है। कई यूज़र्स ने कमेंट्स में लिखा कि दिल्ली में प्रदूषण सिर्फ एक मौसमी समस्या नहीं, बल्कि सोच की समस्या बन गई है।

इस बीच पर्यावरण मंत्रालय और दिल्ली सरकार ने कहा है कि वे स्थिति पर नज़र रख रहे हैं और वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए आपात कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, हर साल की तरह इस बार भी सवाल वही है — कब तक दिल्लीवासी सांस लेने के अधिकार के लिए संघर्ष करते रहेंगे?
