रायपुर, 29 अक्टूबर 2025 — जनजातीय समाज के महान शिक्षाविद्, समाजसेवी और राष्ट्रनायक बाबा कार्तिक उरांव की जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर आज अंबिकापुर में भूमि पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने बाबा कार्तिक उरांव जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
🌿 बाबा कार्तिक उरांव को श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बाबा कार्तिक उरांव समाज के गौरव हैं। उन्होंने विदेशों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद अपनी संस्कृति, धर्म और परंपराओं से गहरा जुड़ाव बनाए रखा। मुख्यमंत्री ने कहा —
“बाबा कार्तिक उरांव का यह विचार — ‘जितना ज्यादा पढ़ेंगे, उतना ही समाज को गढ़ेंगे’ — आज भी हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है।”
उन्होंने कहा कि बाबा कार्तिक उरांव ने जनजातीय समाज के उत्थान, शिक्षा के प्रसार और सामाजिक एकता के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया।

🏗️ बाबा कार्तिक उरांव चौक का भूमि पूजन
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने नगर निगम कार्यालय के समीप बनने वाले बाबा कार्तिक उरांव चौक का भूमि पूजन किया और ₹40.79 लाख की राशि की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह चौक बाबा कार्तिक उरांव के आदर्शों और विचारों की स्मृति का प्रतीक बनेगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बाबा कार्तिक उरांव ने यह साबित किया कि शिक्षा, संस्कृति और समाजसेवा के बल पर किसी भी समाज को नई दिशा दी जा सकती है।
🌾 नेताओं ने दी श्रद्धांजलि और व्यक्त किए विचार
कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि बाबा कार्तिक उरांव ने समाज की संस्कृति और सभ्यता को सम्मान देते हुए उसे आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा,
“हमें उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए ताकि जनजातीय समाज शिक्षा और आत्मनिर्भरता की राह पर अग्रसर हो सके।”
सांसद श्री चिंतामणि महाराज ने कहा कि बाबा कार्तिक उरांव ने समाज में एकता, जागरूकता और शिक्षा का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि उनके आदर्शों को अपनाकर समाज को सशक्त बनाया जाए।
👥 बड़ी संख्या में लोग हुए शामिल
कार्यक्रम में सामरी विधायक श्रीमती उद्धेश्वरी पैकरा, जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत, तथा बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, नागरिक और सामाजिक संगठन उपस्थित थे।
🌸 शिक्षा और संस्कार के प्रतीक बाबा कार्तिक उरांव
Baba Kartik Uraon centenary celebration Ambikapur के इस अवसर पर पूरे कार्यक्रम का वातावरण भावनात्मक और प्रेरणादायक रहा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बाबा कार्तिक उरांव के जीवन से हमें यह सीख मिलती है कि शिक्षा केवल ज्ञान नहीं देती, बल्कि समाज को दिशा देने की शक्ति भी प्रदान करती है।
