रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार अगले महीने राज्य के सबसे बड़े विकास अभियान की शुरुआत करने जा रही है। इस योजना के तहत प्रदेश में Chhattisgarh State Capital Region (SCR) का गठन किया जाएगा। राज्यपाल रमेन डेका द्वारा विधानसभा में पारित बिल को मंजूरी मिलने के बाद अब अधिसूचना जारी कर दी गई है।
यह योजना राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की तर्ज पर बनाई गई है, जिसके अंतर्गत रायपुर, नया रायपुर, भिलाई और दुर्ग को एकीकृत विकास मास्टर प्लान में जोड़ा जाएगा। अधिसूचना के अनुसार, पूरा प्रोजेक्ट नौ जोन में विभाजित होगा, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, आईटी, व्यापार, पर्यटन और कौशल विकास जैसे 13 प्रमुख क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री साय ने कहा,
“Chhattisgarh State Capital Region प्रदेश की अर्थव्यवस्था का नया इंजन बनेगा। यह निवेश, शहरी विकास और रोजगार के अवसरों को तेज़ी से बढ़ाएगा।”
सूत्रों के अनुसार, इस परियोजना के लिए कैपिटल रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (CRDA) का गठन किया जाएगा, जो 23 शहरी निकायों और लगभग 700 गांवों को एकीकृत रूप से विकसित करेगी। यह संस्था NCR प्लानिंग बोर्ड, मुंबई मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी और हैदराबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी की तरह काम करेगी।
CRDA के अध्यक्ष स्वयं मुख्यमंत्री होंगे, जबकि इसमें नगरीय प्रशासन, आवास, पर्यावरण और लोक निर्माण विभाग के मंत्री और मुख्य सचिव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
राज्य सरकार के अनुसार, वर्तमान में छत्तीसगढ़ की शहरी आबादी लगभग 27 प्रतिशत है, जो 2047 तक 45 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है। इस बढ़ती जनसंख्या और नगरीकरण की जरूरतों को पूरा करने के लिए SCR योजना को “छत्तीसगढ़ अंजर 2047 विज़न डॉक्यूमेंट” के तहत शामिल किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि योजना के तहत विस्तृत सर्वेक्षण और DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जा रही है, ताकि वर्ष 2031 तक अनुमानित 50 लाख से अधिक जनसंख्या को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
यह योजना न केवल छत्तीसगढ़ की राजधानी क्षेत्र को सशक्त बनाएगी, बल्कि राज्य को भविष्य के “स्मार्ट और सस्टेनेबल शहरी मॉडल” के रूप में भी स्थापित करेगी।
