नई दिल्ली, 23 अक्टूबर 2025। भारत सरकार ने देश में बढ़ते AI-generated content और डीपफेक के खतरे को देखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने बुधवार को एक नया प्रस्ताव जारी किया है, जिसके तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सोशल मीडिया कंपनियों को अपने प्लेटफॉर्म पर AI से बनाए गए सभी कंटेंट पर स्पष्ट लेबल लगाना अनिवार्य होगा।
सरकार का कहना है कि यह नियम भ्रामक सूचनाओं, फेक न्यूज़ और डीपफेक वीडियो के फैलाव को रोकने में मदद करेगा।
नए नियमों की प्रमुख बातें:
- AI-generated content वाले विजुअल्स पर कम से कम 10% सतह क्षेत्र (surface area) तक लेबल दिखाना होगा।
- ऑडियो कंटेंट में शुरुआती 10% अवधि (duration) के दौरान यह लेबल अनिवार्य रूप से सुनाई या दिखाई देना चाहिए।
- सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि उपयोगकर्ता जब कोई सामग्री अपलोड करे, तो यह घोषित करे कि वह एआई द्वारा बनाई गई है या नहीं।
- कंपनियों को तकनीकी जांच प्रणाली विकसित करनी होगी, ताकि कोई भी एआई आधारित सामग्री बिना पहचान के प्रसारित न हो सके।
सरकार की चिंता और उद्देश्य:
भारत में लगभग 100 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ, फेक न्यूज़ और डीपफेक के कारण साम्प्रदायिक तनाव, चुनावी भ्रम और सामाजिक विभाजन जैसी चुनौतियाँ लगातार बढ़ रही हैं।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा —
“ये नियम पारदर्शिता, मेटाडाटा ट्रेसबिलिटी और पब्लिक फेसिंग एआई मीडिया के लिए स्पष्ट लेबलिंग सुनिश्चित करेंगे।”
सरकार ने जनता और उद्योग जगत से 6 नवंबर तक सुझाव आमंत्रित किए हैं।
कानूनी और तकनीकी पृष्ठभूमि:
हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर अपने नाम और छवि के AI deepfake videos पर रोक लगाने की मांग की है।
कानूनी विशेषज्ञ ध्रुव गर्ग ने कहा —
“यह नियम दुनिया में पहली बार है जो AI labeling के लिए इतना स्पष्ट और मापने योग्य मानक निर्धारित करता है।”
भारत में एआई का बढ़ता बाजार:
OpenAI, Google, Meta, और X (Twitter) जैसी कंपनियाँ भारत में अपने एआई टूल्स को तेजी से विस्तार दे रही हैं। OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने हाल ही में कहा था कि भारत उनके लिए दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन चुका है, जहाँ उपयोगकर्ता संख्या पिछले एक साल में तीन गुना बढ़ी है।
सरकार का यह कदम अब एआई तकनीक के उपयोग को जवाबदेह, सुरक्षित और पारदर्शी बनाने की दिशा में अहम साबित हो सकता है।
