भिलाई में दीपावली की रात पटाखे के विवाद में बुजुर्ग की हत्या, दो युवक गिरफ्तार

Bhilai murder case: दीपावली की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गईं, जब छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई शहर में एक मामूली पटाखा विवाद ने खूनी रूप ले लिया।
छावनी थाना क्षेत्र के बैरागी मोहल्ला पावर हाउस में 65 वर्षीय गणेश बैरागी की उनके ही घर के सामने दो युवकों ने कटर से हत्या कर दी।


🎆 पटाखा फोड़ने पर शुरू हुआ विवाद

घटना रात करीब साढ़े 10 बजे की है। मोहल्ले के ही संजय और शुभम नाम के युवक घर के सामने पटाखे फोड़ रहे थे।
गणेश की बहू सोनू बैरागी ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिस पर दोनों युवक भड़क उठे और गाली-गलौज करते हुए सोनू पर हमला करने दौड़े।
घबराई सोनू घर के अंदर भागी, लेकिन दोनों आरोपी उसके पीछे तक पहुंच गए।


😢 बुजुर्ग की परिवार के सामने हत्या

बीच-बचाव के लिए जब गणेश बैरागी सामने आए तो विवाद बढ़ गया।
इस दौरान संजय ने कटर से गणेश के सीने और पेट पर कई वार किए, जबकि शुभम ने उनका हाथ पकड़ रखा था ताकि वे खुद को बचा न सकें।
गंभीर रूप से घायल गणेश जमीन पर लहूलुहान गिर पड़े।
परिजनों ने तुरंत उन्हें सुपेला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार के सामने ही यह निर्मम हत्या होने से मोहल्ले में दहशत और सदमे का माहौल है।


🚔 दोनों आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को उसी रात गिरफ्तार कर लिया।
छावनी थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी नशे में थे और पहले भी विवादों में शामिल रहे हैं।
उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है और पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल कटर भी जब्त कर लिया है।


😔 मोहल्ले में दहशत का माहौल

इस सनसनीखेज Bhilai Diwali murder case के बाद से इलाके में भय का माहौल है।
लोगों ने कहा कि गणेश बैरागी एक शांत और मिलनसार व्यक्ति थे, जिनकी इस तरह हत्या ने सभी को झकझोर दिया है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों से पूछताछ जारी है।


🕯️ दीपावली की रात बनी मातम की रात

जहां पूरा शहर दीपों से जगमगा रहा था, वहीं बैरागी परिवार का घर अंधकार और चीखों से भर गया।
यह वारदात समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि एक पल का गुस्सा किसी की जान ले सकता है।


📌 निष्कर्ष:
Bhilai Diwali murder case ने पूरे छत्तीसगढ़ को हिला दिया है।
पुलिस की तत्परता से आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, लेकिन परिवार के लिए दीपावली की यह रात कभी न भूलने वाली त्रासदी बन गई है।