कतर की मध्यस्थता से पाकिस्तान-अफगानिस्तान में तात्कालिक युद्धविराम, दोनों देशों ने स्थायी शांति के लिए बनाई रूपरेखा

काबुल, 19 अक्टूबर 2025
लगातार बढ़ रहे सीमा संघर्ष के बीच आखिरकार Pakistan Afghanistan ceasefire की घोषणा हुई है। कतर की मध्यस्थता से दोनों देशों ने एक सप्ताह से चल रही हिंसा को रोकने और स्थायी शांति कायम करने के लिए सहमति जताई।

कतर के विदेश मंत्रालय ने रविवार को पुष्टि की कि दोनों पक्षों ने स्थिरता और शांति के लिए साझा रूपरेखा तैयार की है। साथ ही आने वाले दिनों में नई वार्ता कर ceasefire को टिकाऊ बनाने का निर्णय लिया गया है।


🇶🇦 कतर और तुर्किये की मध्यस्थता से सुलझा विवाद

यह Pakistan Afghanistan ceasefire दोहा में हुई वार्ता के बाद संभव हुआ। इस बैठक में कतर और तुर्किये ने मध्यस्थता की भूमिका निभाई। दोनों देशों के रक्षा मंत्री खुद बातचीत में शामिल हुए, जो यह दर्शाता है कि दोनों पक्ष संघर्ष खत्म करने को गंभीर हैं।


💣 पकतीका प्रांत में हुई हवाई कार्रवाई

शुक्रवार को 48 घंटे का अस्थायी युद्धविराम खत्म होते ही पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पकतीका प्रांत में हवाई हमले किए थे। पाकिस्तानी अधिकारियों ने दावा किया कि ये हमले हाफिज गुल बहादुर समूह के ठिकानों पर किए गए थे।
अधिकारियों के अनुसार यह कार्रवाई मीर अली में हुए आत्मघाती हमले के जवाब में थी।

हालांकि, अफगान सरकार ने आरोप लगाया कि इन हमलों में 10 नागरिकों की मौत हुई, जिनमें महिलाएं, बच्चे और स्थानीय क्रिकेटर शामिल थे। इसी विरोध में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान में होने वाली आगामी सीरीज़ का बहिष्कार किया।


🕊️ तालिबान सरकार की प्रतिक्रिया

तालिबान सरकार के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तान की कार्रवाई को “अफगानिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन” बताया। उन्होंने कहा कि “ऐसे कदम शांति प्रयासों को कमजोर करते हैं और संघर्ष को बढ़ाते हैं।”


🧭 डूरंड रेखा विवाद और बढ़ता तनाव

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 2,611 किलोमीटर लंबी डूरंड रेखा दशकों से विवाद का विषय रही है। अफगानिस्तान अब तक इस सीमा को आधिकारिक रूप से मान्यता नहीं देता। यही सीमा दोनों देशों के बीच बार-बार तनाव की वजह बनती रही है।


🪖 पाकिस्तान सेना प्रमुख का बयान

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कहा कि “अफगानिस्तान को स्थायी शांति और विकास के लिए हिंसा छोड़नी होगी। तालिबान को अपने देश में सक्रिय आतंकियों पर नियंत्रण करना चाहिए।”


🌍 क्षेत्रीय देशों की अपील और उम्मीदें

सऊदी अरब, कतर और तुर्किये जैसे क्षेत्रीय देशों ने इस ceasefire का स्वागत किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह Pakistan Afghanistan ceasefire दक्षिण एशिया में स्थायी शांति और स्थिरता की दिशा में नया अध्याय खोलेगा।


🔚 निष्कर्ष: नई शुरुआत की उम्मीद

यह Pakistan Afghanistan ceasefire सिर्फ एक सैन्य समझौता नहीं, बल्कि दोनों देशों के लिए नई शुरुआत का अवसर है। यदि यह शांति बरकरार रहती है, तो इससे क्षेत्र में आतंकवाद और अस्थिरता कम होने की उम्मीद है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *